
पांच दिनों में सात लाख लोगों ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराया..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा को सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से की जा रही तैयारियां सराहनीय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुखबा और हर्षिल से शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने से इस बार यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। 30 अप्रैल से शुरू हो रही यात्रा के लिए मात्र पांच दिनों में सात लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं, जिससे इस बार यात्रा में भारी भीड़ की संभावना है।
पांच दिन में अब तक यात्रा पर आने के लिए सात लाख लोग पंजीकरण कर चुके हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6 मार्च को मां यमुना के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखबा और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हर्षिल के दौरे से यात्रा के प्रति लोगों में उत्साह और अधिक बढ़ गया है। सरकार और प्रशासन इस भारी भीड़ को व्यवस्थित रूप से संभालने के लिए तैयारी कर रहे हैं। यात्रा मार्गों पर सुरक्षा, चिकित्सा सुविधाओं, यातायात प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड यात्रा इस बार चारधाम यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन साबित हुई है। यह पहली बार हुआ है कि यात्रा शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री ने प्रदेश का दौरा कर इसकी ब्रांडिंग की और श्रद्धालुओं को प्रेरित किया। हालांकि उनका दौरा औपचारिक रूप से शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए था, लेकिन उन्होंने चारधाम यात्रा के महत्व को भी खास तौर पर उजागर किया। उन्होंने बीते दस वर्षों में यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हुए बड़े बदलाव को भी रेखांकित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार की विभिन्न पहलों और सुविधाओं में सुधार के चलते यात्रा अब पहले से कहीं अधिक सुगम और आकर्षक हो गई है।
इस बार ज्यादा दिन चलेगी यात्रा..
चारधाम यात्रा हर वर्ष श्रद्धालुओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण बनती जा रही है। 2023 में 22 अप्रैल से शुरू हुई यात्रा में रिकॉर्ड 56,18,497 यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे, जबकि 2024 में यात्रा 10 मई को शुरू हुई, जिससे कम दिनों की उपलब्धता और कुछ प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद 48,04,215 श्रद्धालु दर्शन के लिए आए।
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है, इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्षों के रिकॉर्ड को पार कर सकती है। सरकार यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हर स्तर पर तैयारियों को मजबूत कर रही है। खासकर, यातायात व्यवस्था, चिकित्सा सुविधाओं, आपदा प्रबंधन और श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चारधाम यात्रा की ब्रांडिंग और शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने से इस बार पंजीकरण की रफ्तार भी काफी तेज़ है। इससे साफ जाहिर होता है कि देश-विदेश से अधिक संख्या में श्रद्धालु इस पावन यात्रा का हिस्सा बनने वाले हैं।
चार धाम यात्रा, कब कहां के कपाट खुलेंगे..
30 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री
02 मई को केदारनाथ धाम
04 मई को बद्रीनाथ धाम
सरकार चारधाम यात्रा की तैयारी में जुटी हुई है। उत्तराखंड की यात्रा व्यवस्था ने देश दुनिया के श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। साथ ही श्रद्धालुओं का भरोसा बढ़ा है। प्रधानमंत्री ने चारधाम यात्रा का भरपूर प्रमोशन किया है। हम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
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