June 27, 2025

यमुनोत्री पैदल मार्ग पर दोबारा शुरू हुआ रेस्क्यू, कुछ और लोगों के दबे होने की है आंशका

यमुनोत्री पैदल मार्ग पर दोबारा शुरू हुआ रेस्क्यू, कुछ और लोगों के दबे होने की है आंशका..

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के प्रमुख पड़ाव यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाले पैदल मार्ग पर सोमवार को एक बड़ा हादसा हो गया। नौकैंची के समीप अचानक पहाड़ी से मलबा और भारी बोल्डर गिरने से कई लोग उसकी चपेट में आ गए। हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि एक घायल व्यक्ति को उपचार के लिए भेजा गया है। प्रशासन के अनुसार मृतकों में एक 12 वर्षीय किशोरी भी शामिल है। घटना के बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन तेज बारिश के चलते रात करीब नौ बजे अभियान रोकना पड़ा। मंगलवार सुबह होते ही दोबारा राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। अभी भी एक से दो लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। खोजी कुत्तों और ड्रोन की मदद से अभियान तेज़ किया गया है।

पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे यात्रा मार्गों पर भूस्खलन और चट्टान खिसकने की घटनाएं बढ़ गई हैं। स्थानीय प्रशासन और उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रियों से मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करने की अपील की है। फिलहाल यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया गया है और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। मौके पर आपदा मित्र, स्वास्थ्य कर्मी, राहत वाहन और मेडिकल टीमें भी तैनात की गई हैं। सीएम धामी ने घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और घायलों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के पास अचानक पहाड़ी से मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से चार से पांच लोग खाई में जा गिरे। सोमवार दोपहर अचानक हुई इस घटना में उस समय श्रद्धालु पैदल मार्ग से यमुनोत्री धाम की ओर बढ़ रहे थे। तभी ऊपर से तेज आवाज के साथ भारी बोल्डर और मलबा नीचे गिरने लगा। कई लोग मलबे की चपेट में आ गए और कुछ सीधे खाई में गिर पड़े। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।

मलबे के नीचे दबे मुंबई निवासी रशिक को जीवित बाहर निकाल लिया गया और उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जानकीचट्टी में भर्ती कराया गया है। देर रात बारिश के कारण बचाव कार्य रोकना पड़ा था, जिसे मंगलवार सुबह फिर से शुरू कर दिया गया है। बचाव टीमों ने मलबे में दबे अन्य लोगों की पहचान कर ली है, और एक से दो लोगों के अभी भी दबे होने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन ने मार्ग को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है और लोगों से यात्रा स्थगित करने की अपील की है।

मृतकों की हुई पहचान
हरिशंकर पुत्र ओमप्रकाश, उम्र 47 वर्ष, उत्तर प्रदेश
ख्याति पुत्री हरिशंकर, उम्र नौ साल, उत्तर प्रदेश

घायल की पहचान
रसिक भाई पुत्र वस राम भाई , प्रतापनगर वेस्ट मुंबई, महाराष्ट्र

गुमशुदा
भाविका शर्मा पुत्री जॉय शर्मा, उम्र 11 वर्ष, दिल्ली
कमलेश जेठवा पुत्र कांतिबाई, उम्र 35 वर्ष, महाराष्ट्र

पैदल यात्रियों को रोका गया

जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के पास हुए भूस्खलन के बाद अब पैदल यात्रा को सुरक्षा के लिहाज से अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। सोमवार को भूस्खलन के बाद मंगलवार सुबह से रेस्क्यू कार्य दोबारा शुरू किया गया। इस दौरान किसी भी प्रकार के व्यवधान से बचने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धाम की ओर जाने वाले यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने बताया कि फिलहाल मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से बंद है। जिलाधिकारी के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि क्या यात्रियों को भंडेली गाड़ – यमुनोत्री के वैकल्पिक मार्ग से भेजा जा सकता है।

बता दे कि भंडेली गाड़-यमुनोत्री मार्ग एक वैकल्पिक ट्रैकिंग रूट है, जिसका उपयोग विशेष परिस्थितियों में किया जाता है। हालांकि यह मार्ग थोड़ा अधिक कठिन और लंबा माना जाता है, लेकिन आपातकाल में प्रशासन इसे चालू कर सकता है। सुरक्षा के लिहाज से ढाई किमी का भंडेली गाड़ यमुनोत्री वैकल्पिक पैदल मार्ग भी काफी जोखिम भरा है। यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।रेस्क्यू टीमों को मलबा हटाने और दबे हुए लोगों की तलाश में किसी भी तरह की रुकावट न हो, इसके लिए पैदल मार्ग को पूरी तरह सील कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और निर्देशों का पालन करने की अपील कर रहा है।