November 22, 2024

केदारनाथ में बाल-बाल बचे तीर्थयात्री, हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग

केदारनाथ में बाल-बाल बचे तीर्थयात्री, हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग..

 

 

उत्तराखंड: इन दिनों उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही हैं। जिसमें आये दिन भारी सख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं। इसके साथ ही केदारनाथ धाम के लिए हवाई सेवा भी चल रही हैं। जिसमें रोजाना बड़ी संख्या में हेलीकॉप्टर तीर्थयात्रियों को लेकर केदारनाथ की उड़ान भर रहे हैं। बता दे कि केदारनाथ में हेलिकॉप्टर सेवा हमेशा से ही जोखिमभरी रही है। बीते 11 वर्षों में केदारनाथ में 10 हादसे हो चुके हैं। आज भी केदारनाथ धाम में एक हादसा होते होते टल गया। बता दे कि आज धाम में एक हेलीकॉप्टर का रूडर खराब हो गया। इसके बाद पायलट ने धैर्य का परिचय देते हुए हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग कराई है। जहां लैंडिंग कराई है वहां पर नाला था। लेकिन पायलट की सूझबूझ से केदारनाथ में बड़ा हादसा होते-होते टल गया।

आपको बता दे कि आज सुबह केदारनाथ धाम से ठीक 100 मीटर पहले पहाड़ी पर क्रिस्टल एविएशन के हेलीकॉप्टर का रूडर खराब हो गया। जिस कारण हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। पायलट कल्पेश ने सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिंग कराकर उसमें सवार यात्रियों की जान बचा ली। हेलीकॉप्टर में 6 यात्री सवार थे। सुबह 7 बजे हेलीकॉप्टर शिरसी हेलीपैड से यात्रियों को केदारनाथ धाम लेकर आ रहा था। अगर पायलट सूझबूझ के साथ इमरजेंसी लैंडिंग नहीं कराते तो बड़ा हादसा हो सकता था। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार का कहना हैं कि केदारनाथ में हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है और पायलट समेत सभी यात्री सुरक्षित हैं।

इस संबंध में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी द्वारा दी गई सूचना के अनुसार क्रिस्टल एविएशन कंपनी का हेली जिसने तीर्थ यात्रियों को लेकर शेरसी से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी उसमें तकनीकी खराबी आ गई। इस कारण हेलीकॉप्टर को आपात स्थिति में केदारनाथ हेलीपैड से पहले ही लैंडिंग कराई गई। पायलट की सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया। पायलट ने अपना धैर्य नहीं खोया एवं सूझबूझ का परिचय देते हुए आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर की लैंडिंग कराई। सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित हैं। सभी यात्रियों को बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लिए भेजा गया है। उनका कहना हैं कि हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी की जांच कराई जा रही है।