November 21, 2024

चारधाम यात्रा को लेकर सीएम धामी ने की बैठक, दिए ये निर्देश..

चारधाम यात्रा को लेकर सीएम धामी ने की बैठक, दिए ये निर्देश..

 

 

 

 

उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी किया। सीएम धामी ने अधिकारियों को चार धाम यात्रा मार्ग पर सभी जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित करने को कहा है। सचिवालय में बैठक करते हुए सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों के सचिव यात्रा मार्गों का निरीक्षण करें और व्यवस्थाएं दुरुस्त करें। 10 मई 2024 को श्री केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे जबकि 12 मई 2024 को श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। अभी तक चारधाम यात्रा के लिये 15 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।

सीएम धामी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा की सभी तैयारियों को लेकर साप्ताहिक समीक्षा बैठक की जाए। इसी के साथ उन्होंने चारधाम यात्रा में यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी डीजीपी को निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा मार्ग पर जग्ह-जगह प्राईवेट हेल्थकेयर टेस्टिंग किट की व्यवस्था करने को कहा है।

चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वच्छता का रखें ध्यान..
सीएम धामी ने निर्देश दिया कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि उत्तराखंड का अच्छा संदेश देश और दुनिया तक जाए। सीएम ने निर्देश दिये कि यात्रा मार्गों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की धनराशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

सीएम धामी का कहना हैं कि चारधाम यात्रा के लिए घोड़ा और खच्चर चालकों का वेरिफिकेशन कराया जाए. सभी का पुलिस और आपराधिक रिकॉर्ड चेक कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी घोड़े और खच्चर चारधाम यात्रा में लगाए जाएं उनका स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही पंजीकरण किया जाए. घोड़े और खच्चरों के लिए गर्म पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।

बिजली, पानी और सूचना की व्यवस्था का निर्देश..
सीएम ने निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा मार्गों पर विद्युत और पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए। जगह-जगह बने शौचालयों को दुरस्त किया जाए। महिलाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि चारधाम यात्रा से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी श्रद्धालुओं के साथ शालीनता और सहनशीलता का परिचय दें। साथ ही सूचना तंत्र मजबूत किया जाए।