June 15, 2025

चारधाम यात्रा- मौसम की चुनौतियों के बीच श्रद्धा का सैलाब, चारधाम यात्रा में उमड़ रही भीड़..

चारधाम यात्रा- मौसम की चुनौतियों के बीच श्रद्धा का सैलाब, चारधाम यात्रा में उमड़ रही भीड़..

 

उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का धार्मिक उत्साह लगातार चरम पर है। यात्रा शुरू हुए महज 45 दिन हुए हैं, और अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं। इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या बीते वर्षों की तुलना में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की आस्था का विशेष केंद्र बना हुआ है। अब तक 10 लाख से ज्यादा यात्री भगवान केदार के दर्शन कर चुके हैं। औसतन हर दिन 70 हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ की पवित्र भूमि पर पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य, यात्रा नियंत्रण, पार्किंग और ट्रैफिक प्रबंधन जैसी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के प्रयास जारी हैं। यात्रा से राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा बल मिला है। होटल, यात्रा सेवाएं, स्थानीय व्यापार और परिवहन क्षेत्र में उल्लेखनीय गतिविधि देखी जा रही है।

उत्तराखंड में 30 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा ने इस बार श्रद्धालु संख्या के कई कीर्तिमान बनाए हैं। मौसम की चुनौतियों और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में विषम स्थितियों के बावजूद, चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सहित हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। पर्यटन विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार यात्रा बेहद तेजी से आगे बढ़ रही है और श्रद्धालुओं की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि विशेष रूप से केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों का उत्साह चरम पर है। अब तक यात्रा में हिस्सा ले चुके श्रद्धालुओं की कुल संख्या 28 लाख के पार पहुंच चुकी है, जिसमें अकेले केदारनाथ धाम में 10 लाख से अधिक दर्शनार्थी पहुंच चुके हैं। हर दिन औसतन 70,000 से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने यात्रा मार्गों पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, ट्रैफिक और लॉजिस्टिक्स की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। मौसम की अप्रत्याशित स्थिति के बीच यात्रा को सुचारु बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है, लेकिन अब तक व्यवस्था संतोषजनक बताई जा रही है।

चारधाम यात्रा इस बार श्रद्धा, संकल्प और साहस की मिसाल बन चुकी है। खराब मौसम भी श्रद्धालुओं की परीक्षा ले रहा हैं, लेकिन आस्था के कदम न तो थमे हैं, न ही रुके हैं। हर दिन श्रद्धालुओं का उत्साह और संख्या बढ़ रही है। चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार का कहना हैं कि अब तक 42 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। इनमें से 28 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारों धामों व हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं। यात्रा सुचारु रूप से संचालित हो रही है और व्यवस्थाओं को लगातार बेहतर बनाया जा रहा है।श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार ने ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी की है। हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर जैसे प्रमुख स्थलों पर स्थापित पंजीकरण केंद्रों में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या में तेज़ी देखी जा रही है। आंकड़ों के अनुसार प्रति दिन औसतन 25 से 28 हजार तक श्रद्धालु ऑफलाइन पंजीकरण करवा रहे हैं। यह संख्या मौसम की अनिश्चितता के बावजूद यात्रियों के उत्साह को दर्शाती है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन यात्रा मार्गों पर सुरक्षा, चिकित्सा और यातायात नियंत्रण को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है। मौसम विभाग की एडवाइजरी के अनुसार मार्गों को समय-समय पर खोला और रोका जा रहा है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

 

 

धाम                            दर्शन करने वाले श्रद्धालु
केदारनाथ                        10 लाख
बद्रीनाथ                            7.80 लाख
गंगोत्री                              4.53 लाख
यमुनोत्री                           4.50 लाख
हेमकुंड साहिब                  95,700