June 1, 2025

उत्तराखंड के तीन NCC कैडेट्स ने माउंट एवरेस्ट फतह कर लहराया तिरंगा..

उत्तराखंड के तीन NCC कैडेट्स ने माउंट एवरेस्ट फतह कर लहराया तिरंगा..

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड के तीन जांबाज़ नेशनल कैडेट कोर (NCC) कैडेट्स ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को सफलतापूर्वक फतह कर लिया। इस ऐतिहासिक सफलता ने न केवल राज्य का नाम रोशन किया, बल्कि देश के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणास्रोत प्रस्तुत किया। इस साहसिक अभियान में शामिल कैडेट्स ने 18 मई की सुबह एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा लहराया। बेहद चुनौतीपूर्ण मौसम और कठिन परिस्थितियों के बावजूद इन युवा पर्वतारोहियों ने अद्भुत साहस, दृढ़ संकल्प और अनुशासन का परिचय दिया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने तीनों कैडेट्स को इस ऐतिहासिक सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि “हमारे राज्य के युवाओं ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। यह सफलता पूरे देश को गौरवान्वित करने वाली है।” राज्य सरकार ने इन कैडेट्स को राज्य स्तर पर सम्मानित करने की घोषणा भी की है। साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि पर्वतारोहण जैसे अभियानों में भाग लेने वाले युवाओं को आवश्यक सहायता और संसाधन प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

देहरादून, पौड़ी और उत्तरकाशीतीनों जिलों से निकले इन युवा एनसीसी कैडेट्स ने ये साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी चोटी नामुमकिन नहीं रहती। कैडेट वीरेंद्र सामंत (29 उत्तराखंड एनसीसी, देहरादून), कैडेट मुकुल बंगवाल (4 उत्तराखंड एनसीसी, पौड़ी) और कैडेट सचिन कुमार (3 उत्तराखंड एनसीसी, उत्तरकाशी) ने मिलकर एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी की। भारतीय सेना और एनसीसी मुख्यालय द्वारा प्रशिक्षित इन कैडेट्स ने अत्यंत कठिन मौसम, ऑक्सीजन की कमी और बर्फीली हवाओं के बीच संयम और साहस का परिचय दिया। माउंट एवरेस्ट पर सफल चढ़ाई करना न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी अत्यधिक चुनौतीपूर्ण होता है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस अद्वितीय उपलब्धि पर कैडेट्स को बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड के इन बहादुर सपूतों ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। इन्होंने न सिर्फ अपने बलबूते ये उपलब्धि हासिल की। बल्कि एनसीसी की मूल भावना अनुशासन, टीमवर्क और लीडरशिप—का असली मतलब भी जी कर दिखाया। यह युवाओं के लिए प्रेरणा है कि कठिन परिस्थितियाँ भी आपके हौसले को नहीं झुका सकतीं। तीनों कैडेट्स के राज्य लौटने पर भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उन्हें प्रदेश की जनता की ओर से सम्मानित किया जाएगा।