जीजीआईसी एवं महाविद्यालय रुद्रप्रयाग का भी किया निरीक्षण..
रुद्रप्रयाग। जिला मुख्यालय से सटे तूना-बौंठा मोटर मार्ग पर आए दिन लग रहे जाम व अतिक्रमण को लेकर क्षेत्रीय लोगों की शिकायत का जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों के साथ मोटरमार्ग का औचक निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मोटरमार्ग पर लग रहे जाम एवं अतिक्रमण के संबंध में समिति गठन करने के निर्देश दिए, जिसमें अधिशासी अभियंता लोनिवि, सहायक अभियंता लोनिवि, राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम गठित करते हुए बस अड्डे से जीजीआईसी तक सड़क का सीमांकन करने को कहा।
उन्होंने अधिशासी अभियंता लोनिवि से कहा कि इस संबंध में त्वरित निरीक्षण करते हुए सड़क मार्ग पर किए गए अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए। ताकि सड़क में जाम की समस्या न हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा सड़क किनारे अतिक्रमण किया गया है तो उसे नोटिस जारी करते हुए अतिक्रमण हटाया जाए। उन्होंने सड़क मार्ग पर नालियों एवं गड्डों को भी दुरूस्त करने को कहा।
इस दौरान जिलाधिकारी ने जीजीआईसी एवं महाविद्यालय रुद्रप्रयाग का भी निरीक्षण करते हुए काॅलेज में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जा रही शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। प्रधानाचार्य जीजीआईसी ने जिलाधिकारी को काॅलेज में पुस्तकालय एवं लैब कक्षों की मांग की। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य से कहा कि जीजीआईसी में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पुस्तकालय एवं लैब के संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी से वार्ता कर इस संबंध में विस्तृत आख्या उपलब्ध कराएं।
ताकि इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही की जा सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग का निरीक्षण करते हुए संचालित कक्षाओं, लाईब्रेरी, कंप्यूटर लैब तथा विद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राओं एवं तैनात शिक्षकों व कार्मिकों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने उपस्थित शिक्षकों को निर्देश दिए कि काॅलेज में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को बेहतर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो तथा शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी तरह की कोई लापरवाही व शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने महाविद्यालय में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुए बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था रखने के निर्देश दिए।
साथ ही पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों का रख-रखाब ठीक ढंग से करते हुए छात्र-छात्राओं को नियमानुसार उपलब्ध कराई जाए। पुस्तकालय सहायक सतेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि विद्यालय में कुल 352 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। इसके साथ ही 8 नियमित एवं 7 संविदा शिक्षक हैं तथा 8 अतिरिक्त स्टाॅफ कार्यरत है। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता लोनिवि जीएस रावत, सहायक अभियंता अरविंद सतवार्या, रश्मि रावत, प्रभारी प्रधानाचार्य ममता रावत, संवदिा शिक्षक राकेश सिंह, वैयक्तिक अधिकारी ओम प्रकाश सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।
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