मां गंगा के जयकारों के साथ खुले गंगोत्री धाम के कपाट..
उत्तराखंड: वैदिक मंत्रोच्चार, धार्मिक अनुष्ठान और जय मां गंगा के जयकारों के साथ अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे भैरों घाटी से गंगा जी की डोली यात्रा गंगोत्री के लिए रवाना हुई। साढ़े नौ बजे डोली गंगोत्री पहुंची और यहां गंगा लहरी एवं गंगा सहस्त्रनाम पाठ के साथ ही हर-हर गंगे के जयकारों से पूरा गंगोत्री गूंज उठा। तय मुहूर्त पर दोपहर 12.25 पर गंगोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। इस पल के कई लोग साक्षी बनें।
शुक्रवार तड़के ही गंगोत्री धाम के कपाट ओपन के लिए मां गंगा की डोली ने भैरव घाटी से प्रस्थान किया। इससे पहले भैरव घाटी में मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना की। जिसके बाद मां गंगा की डोली यात्रा गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। धाम में गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की गई। पहले ही दिन हजार यात्रियों ने गंगोत्री धाम पहुंचकर गंगा जी के दर्शन और पूजा-अर्चना का पुण्य लाभ अर्जित किया। वहीं गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने भैरों घाटी से गंगा जी की डोली यात्रा के साथ पैदल ही गंगोत्री पहुंचे
। मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल का कहना हैं कि विधि-विधान के साथ शुभ मुहूर्त में ठीक 12:25 बजे गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। बता दे कि विगत वर्षों की भांति इस बार हर्षिल छावनी में तैनात सेना के जवानों ने गंगोत्री मंदिर के कपाट खुलने के दौरान सक्रिय भागीदारी निभाई। मुखबा से गंगोत्री तक गंगा जी की डोली यात्रा सेना के बैंड बाजों की अगुवाई में निकली। साथ ही सेना ने गंगोत्री में निशुल्क भंडारा और मेडिकल कैंप लगाकर श्रद्धालुओं की खासी आवभगत की।
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