October 18, 2024

उत्तराखंड में 300 शिक्षकों ने पेश की मिशाल..

उत्तराखंड में 300 शिक्षकों ने पेश की मिशाल..

पढ़ाने के लिए भाया दुर्गम, छोड़ा सुगम..

 

 

उत्तराखंड: प्रदेश के हजारों शिक्षक जहां सुगम क्षेत्र के स्कूलों में तबादले के लिए विभाग के बड़े अधिकारियों से लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री तक के चक्कर लगाते रहे हैं। वहीं राज्य में 300 से अधिक ऐसे शिक्षक हैं, जो पिछले 23 या इससे भी अधिक वर्षों से दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें सुगम के बजाए दुर्गम क्षेत्र के स्कूल भा रहे हैं।

इतने शिक्षकों के हुए थे तबादले..

शिक्षा विभाग में दुर्गम से सुगम में 501 प्रवक्ताओं और 1253 सहायक अध्यापक एलटी के तबादले हुए। जबकि सुगम से दुर्गम में 431 प्रवक्ताओं और 467 सहायक अध्यापकों के अनिवार्य तबादले हुए। इसके साथ ही अनुरोध के आधार पर गढ़वाल मंडल में एलटी के 421 और कुमाऊं मंडल में 257 शिक्षकों के तबादले किए गए। जबकि दोनों मंडलों में 327 प्रवक्ता इधर से उधर हुए।

तबादला एक्ट के तहत शिक्षकों के तबादलों के बावजूद इसमें संशोधन के लिए कई शिक्षक अब भी विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। जो विधायक से लेकर मंत्री तक की सिफारिश लगा रहे हैं। जबकि तबादला एक्ट में सिफारिश लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की व्यवस्था है। विभाग में तीन सौ से अधिक ऐसे शिक्षक हैं, जिनकी ओर से दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में बने रहने का अनुरोध किया गया था। इसे देखते हुए इन शिक्षकों के स्थान पर अन्य शिक्षकों के सुगम मेें तबादले किए गए।