
यमुनोत्री और बद्रीनाथ हाईवे बंद, कई क्षेत्रों में भू-धंसाव से हालात गंभीर..
उत्तराखंड: उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-58) पर देवप्रयाग के पास तीन स्थानों पर भूस्खलन के चलते सड़क मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। इससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और यात्री भारी परेशानी में फंसे हुए हैं। शनिवार देर रात हुई तेज बारिश के कारण देवप्रयाग डिग्री कॉलेज और मूल्यगांव के बीच पहाड़ से भारी मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर आ गिरे। इससे हाईवे पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। लोक निर्माण विभाग (PWD) की मशीनें मौके पर पहुंच गई हैं और मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन लगातार बारिश से राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं। सड़क बंद होने से दूध, सब्जी, अखबार और अन्य जरूरी वस्तुओं की ढुलाई करने वाले वाहन भी फंस गए हैं। इससे स्थानीय बाजारों में दैनिक जरूरत की वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो रही है। यात्री और स्थानीय लोग घंटों से मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से वैकल्पिक मार्गों की तलाश की जा रही है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की आशंका के चलते राहत कार्यों को सुचारू रूप से चलाना बड़ी चुनौती बना हुआ है।
सड़क से मलबा हटाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टीम जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर डटी हुई है और युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। NHAI अधिकारियों का कहना हैं कि सड़क को जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश राहत कार्यों में बाधा बन रही है। मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर हटाने के लिए मशीनें लगातार काम कर रही हैं, लेकिन मौसम अनुकूल न होने के कारण खतरा बरकरार है।
यमुनोत्री हाईवे के पास फंसे वाहन..
यमुनोत्री हाईवे पर जंगल चट्टी के पास चट्टानी मलबा, बोल्डर और सड़क पर भू-धंसाव के कारण कई वाहन फंसे हुए हैं। इस क्षेत्र में भू-धंसाव का असर नजदीकी आवासीय भवनों, होटलों और नगरपालिका क्षेत्रों तक पहुंच गया है, जिससे भारी खतरा मंडरा रहा है। कर्णप्रयाग क्षेत्र में रविवार रात से लगातार हो रही बारिश के चलते गौचर के कमेड़ा में पहाड़ी से चट्टानें और बोल्डर गिरने से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी है, लेकिन बारिश के कारण रुकावटें आ रही हैं। वहीं पुनगांव में चट्टान गिरने से सड़क का एक हिस्सा धंस गया है, जिसके चलते नंदासैंण-पैठाणी मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। क्षेत्र में लोगों की आवाजाही ठप हो गई है और प्रशासन वैकल्पिक मार्गों की तलाश कर रहा है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस और PWD की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। संवेदनशील इलाकों में SDRF को तैनात किया गया है और लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है।
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