August 7, 2025

उत्तराखंड भारी बारिश का रेड अलर्ट, केदारनाथ और मद्महेश्वर यात्रा दो दिन के लिए स्थगित..

उत्तराखंड भारी बारिश का रेड अलर्ट, केदारनाथ और मद्महेश्वर यात्रा दो दिन के लिए स्थगित..

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड में मौसम विभाग द्वारा अगले 18 घंटों के लिए जारी किए गए रेड अलर्ट के चलते प्रशासन ने एहतियात के तौर पर केदारनाथ और मद्महेश्वर धाम की यात्रा अगले दो दिन के लिए स्थगित कर दी है। भारी से भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनज़र प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह फैसला लिया है। इससे पहले बुधवार को भी खराब मौसम के चलते केदारनाथ यात्रा पर रोक लगाई गई थी। वहीं गुरुवार सुबह प्रशासन ने आगामी दो दिन तक यात्रा को पूरी तरह से स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी दी कि मौसम की गंभीरता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से केदारनाथ तक के सभी पड़ावों पर तैनात सेक्टर अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यात्रियों और स्थानीय लोगों को भी दो दिनों तक पैदल मार्ग पर आवाजाही न करने की सख्त हिदायत दी गई है। प्रशासन और पुलिस की टीमें लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। यात्रियों को सोनप्रयाग, गौरीकुंड और अन्य पड़ावों पर सुरक्षित स्थानों में रोका गया है।

मंगलवार को उत्तरकाशी में आई आपदा के बाद अब बृहस्पतिवार को प्रदेश के सभी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि राज्य के कई हिस्सों में एक से अधिक दौर की मूसलधार बारिश हो सकती है, जिससे भूस्खलन, सड़क बंद होने और जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती है। पिछले कई दिनों से पूरे राज्य में लगातार बारिश हो रही है। खासकर पर्वतीय जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, टिहरी और बागेश्वरमें भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। वहीं देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जैसे मैदानी जिलों में भी तेज बारिश के कारण जलभराव और यातायात में दिक्कतें सामने आ रही हैं।

उत्तरकाशी में हाल ही में हुई आपदा और भूस्खलन की घटनाओं ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (SDRF) और जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है। संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है और पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी बेहद सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। कई जिलों में मौसम की गंभीरता को देखते हुए स्कूल-कॉलेजों को एहतियातन बंद करने पर भी विचार किया जा रहा है। कुछ जिलों में स्थानीय प्रशासन द्वारा अगले आदेश तक बाहरी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है। मौसम विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से यात्रा न करें, विशेषकर पर्वतीय और नदी किनारे बसे इलाकों में जाने से बचें। साथ ही मौसम संबंधी ताज़ा अपडेट के लिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही विश्वास करें।