June 1, 2025

लक्सर-रुड़की मार्ग पर बढ़ा यातायात दबाव, ढंढेरा और बहादरपुर रेलवे फाटकों पर आरओबी प्रस्तावित..

लक्सर-रुड़की मार्ग पर बढ़ा यातायात दबाव, ढंढेरा और बहादरपुर रेलवे फाटकों पर आरओबी प्रस्तावित..

 

 

उत्तराखंड: लक्सर और रुड़की के बीच नियमित यात्रा करने वाले वाहन चालकों के लिए। बहादरपुर रेलवे फाटक पर प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिज (ROB) का निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच गया है, जिससे लंबे समय से चली आ रही ट्रैफिक की समस्या का समाधान होने वाला है। इस ओवरब्रिज के बन जाने से लक्सर से रुड़की की दूरी अब घंटों के बजाय कुछ ही मिनटों में तय की जा सकेगी। रेलवे फाटक पर ट्रेनों की वजह से लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा। साथ ही स्थानीय लोगों और व्यापारियों को राहत मिलेगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। एम्बुलेंस व आपातकालीन सेवाओं की आवाजाही भी बिना किसी रुकावट के सुगम होगी।

लक्सर-रुड़की मार्ग पर प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। यह मार्ग न केवल स्थानीय आवाजाही के लिए अहम है, बल्कि कुंभ, अर्द्धकुंभ, कांवड़ यात्रा और प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए भी वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग किया जाता है। ऐसे में इस मार्ग की अहमियत और भी बढ़ जाती है। लक्सर और रुड़की के बीच कुल तीन रेलवे क्रॉसिंग स्थित हैं, जिनमें केवल डोसनी फाटक पर अभी तक रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण किया गया है। शेष दो रेलवे फाटकों पर अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया है, जिससे भारी वाहनों और आपातकालीन सेवाओं को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों और वाहन चालकों का कहना है कि फाटक पर लगने वाला जाम आए दिन बड़ी समस्या बन गया है। खासकर स्नान पर्वों के दौरान जब यातायात का भार अत्यधिक बढ़ जाता है, तब यह मार्ग पूरी तरह ठप होने की कगार पर पहुंच जाता है। जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से मांग की जा रही है कि शेष दो रेलवे क्रॉसिंग पर भी शीघ्र आरओबी का निर्माण कराया जाए ताकि आवागमन में सुगमता आ सके और यात्रियों को परेशानी से राहत मिले।

इस मार्ग पर तीन प्रमुख रेलवे क्रॉसिंग स्थित हैं—डोसनी, ढंढेरा और बहादरपुर। डोसनी रेलवे फाटक पर पहले ही रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण पूरा हो चुका है, जिससे इस स्थान पर आवागमन सुचारु हो गया है। वहीं ढंढेरा और बहादरपुर रेलवे फाटकों पर आरओबी निर्माण की योजना प्रस्तावित है। लोनिवि ने आरओबी के लिए डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी है। रेलवे आरओबी निर्माण पर पहले ही सहमति जता चुका है। इसके बाद अब शासन से स्वीकृति मिलते ही आरओबी निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वर्तमान में ढंढेरा और बहादरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेनों के आवागमन के समय फाटक बंद होने से वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। राहगीरों और स्थानीय नागरिकों को जाम और देरी का सामना करना पड़ता है। यह समस्या विशेष रूप से गंभीर हो जाती है जब किसी आपातकालीन स्थिति में वाहनों को तेजी से गुजरना होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन लगने वाले जाम से स्कूली बच्चों, मरीजों और ऑफिस जाने वालों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि ढंढेरा और बहादरपुर फाटकों पर आरओबी का निर्माण शीघ्र शुरू किया जाए ताकि लक्सर-रुड़की मार्ग पर यातायात की समस्या से निजात मिल सके।

लक्सर और रुड़की के बीच की यह दूरी लगभग 30 से 40 मिनट में तय की जाती है। लेकिन मार्ग में आने वाले रेलवे क्रॉसिंग—डोसनी, ढंढेरा और बहादरपुर—पर फाटक बंद होने या जाम की स्थिति में यही दूरी तय करने में एक से डेढ़ घंटे तक का समय लग जाता है। डोसनी रेलवे फाटक पर पहले ही आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) का निर्माण पूरा किया जा चुका है, जिससे वहां यातायात पहले से बेहतर हो चुका है। अब बहादरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर भी आरओबी निर्माण की कवायद अंतिम दौर में पहुंच गई है। अधिकारियों का कहना है कि जब बहादरपुर और ढंढेरा फाटकों पर आरओबी का निर्माण पूरा हो जाएगा, तो लक्सर-रुड़की के बीच की दूरी को वाहन चालक मात्र 15 से 20 मिनट में तय कर सकेंगे। इससे समय की बचत के साथ ही ईंधन की खपत भी कम होगी, और क्षेत्र में आर्थिक व सामाजिक गतिशीलता को बढ़ावा मिलेगा।

44 करोड़ की लागत, 800 मीटर होगी लंबाई

लोक निर्माण विभाग की ओर से डिजाइन किए गए प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिज की लंबाई 800 मीटर और चौड़ाई 10.5 मीटर है। आरओबी के दोनों ओर करीब 500 मीटर की एप्रोच रोड बनेगी जबकि रेलवे लाइन के ऊपर के हिस्से की लंबाई 37 मीटर होगी। पैदल आवागमन करने वालों के लिए पुल के एक ओर फुटपाथ और सीढ़ियां बनाई जाएंगी। आरओबी निर्माण के लिए लगभग 44 करोड़ की धनराशि का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है।