December 22, 2024

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खड़े किए रोंगटे, 100 फीसदी तक जल गए थे मजदूर, शरीर में तीन इंच तक घुसे थे पटाखे..

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खड़े किए रोंगटे, 100 फीसदी तक जल गए थे मजदूर, शरीर में तीन इंच तक घुसे थे पटाखे..

 

देश-दुनिया : उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के धौलाना के यूपीएसआईडीसी स्थित पटाखा फैक्टरी में शनिवार को हुए धमाके की गूंज अभी शांत भी नहीं हुई है कि घटना के बारे में तमाम चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। हादसे में मारे गए 13 मजदूरों के शरीर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो बातें लिखीं हैं उन्हें पढ़कर रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। एक अवैध फैक्टरी के चक्कर में नादान मजदूरों को जो दर्दनाक मौत मिली है वो तमाम तरह के सवाल खड़े कर रही है। आइए पढ़ते हैं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या-क्या खुलासे हुए हैं।

अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके में कई मजदूर तो 100 फीसदी तक झुलस गए। उनके शरीर का कोई अंग ऐसा नहीं है जो सलामत बचा हो। कई लोगो के साथ तो ऐसा हुआ कि धमाके के कारण उनके शरीर में पटाखे तीन इंच अंदर तक घुस गए। आठ शवों के पोस्टमार्टम में इसकी जानकारी मिली है। वहीं, रिपोर्ट के अनुसार सभी की मौत की सामान्य वजह यह थी कि भीषण आग की वजह से उनकी सांस की नलियां सिकुड़ गई थीं।

मालूम हो कि शनिवार सुबह फैक्टरी में मजदूर काम कर रहे थे। अनहोनी से अनजान कामगार टैंक में बारूद का मसाला तैयार कर रहे थे कि अचानक बारूद ने आग पकड़ ली। कामगारों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पलक झपकते ही टैंक आग का गोला बनकर फट गया। आग का गोला अपने साथ फैक्टरी के टीन शेड को गरीब 50 फुट ऊपर तक उड़ा ले गया। धमाका इतना भीषण था कि बारूद बनाने का काम कर रहे कामगारों के शव भी इसके साथ उड़कर फैक्टरी के बाहर जाकर गिर पड़े थे।

फैक्टरी में खिलौना बंदूकों के लिए मिसाइल की तरह दिखने वाले पटाखे बनाए जा रहे थे। इनमें बारूद का इस्तेमाल किया जाता है। पटाखा बंदूक से निकलने के बाद थोड़ी दूर पर जाकर तेज आवाज के साथ फट जाता है। इन पटाखों को बनाने के लिए बड़ी मात्रा में बारूद और अन्य रसायन एक ही जगह रखे हुए थे। इसी दौरान धमाका हुआ, जिसमें बारूद के साथ फटे पटाखे मजदूरों के शरीर में तीन इंच तक घुस गए। शवों के पोस्टमार्टम के दौरान ये धंसे हुए मिले।

धमाके की आवाज छह किलोमीटर दूर तक स्थित देहरा, चौना, नंगला, हसनपुर, पिपलेड़ा, खिचरा गांव में भी सुनी गई। पटाखा फैक्टरी से सटी अन्य फैक्टरियों में भी भारी नुकसान हुआ। बता दें कि मुख्य आरोपी वसीम को हापुड़ पुलिस ने दोपहर बाद मुजरफ्फरनगर से गिरफ्तार कर लिया। इसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी ने पुलिस की पांच टीमें लगाई थीं, जो 40 से अधिक स्थानों पर दबिश दे चुकी थीं। इस मामले में दूसरा आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।