September 20, 2024

HNN MEDIA

हर खबर की सच्चाई

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए कुमाऊं के चार जिलों का चयन..

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए कुमाऊं के चार जिलों का चयन..

काम शुरू करने के लिए मिलेगा सस्ता लोन..

 

 

 

 

उत्तराखंड: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए पहले चरण में कुमाऊं मंडल के चार जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ का चयन किया गया है। शासन ने चारों जिलों के जिलाधिकारियों को संबंधित जिलों की ग्राम पंचायतों के प्रधानों को योजना के पोर्टल पर ऑनबोर्ड करने के निर्देश दिए हैं। ग्राम प्रधान संबंधित ऑनलाइन पंजीकृत आवेदनों का सत्यापन करेंगे। इस संबंध में महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा ने चारों के जिलों जिलाधिकारियों को पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि पीएम विश्वकर्मा योजना का 17 सितंबर को उद्घाटन हो चुका है।

 

योजना के पहले चरण में राज्य के चार पर्वतीय जिलों में ग्राम पंचायत प्रधान कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर ऑनबोर्ड होंगे। इसके लिए एक सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों को काम धंधा शुरू करने के लिए सरकार सस्ता लोन देगी। योजना में 18 पारंपरिक कार्यों के लाभार्थियों को सबसे पहले ट्रेनिंग और स्टाइपेंड का प्रावधान है।

किस जिले में कितनी पंचायतें..

अल्मोड़ा में 1160, बागेश्वर 407, चंपावत में 313 और पिथौरागढ़ 686 ग्राम पंचायतें हैं

तीन चरणों में होगा सत्यापन..

ऑनलाइन आवेदन पत्रों का सत्यापन तीन चरणों में होगा। पहले चरण में ग्राम प्रधान व नगरीय क्षेत्रों में नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी करेंगे। दूसरे चरण में डीएम की अध्यक्षता में गठित जिला कार्यान्वयन समिति करेगी। तीसरे व आखिरी चरण में डीएफओ, एमएसएमई केंद्र सरकार की अध्यक्षता में गठित राज्यस्तरीय समिति

इस तरह के कारीगर होंगे पोर्टल पर पंजीकृत..

बढ़ई, नाव बनाने वाला, अस्रकार, लोहार, मरम्मत करनेवाला, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, सुनार, पॉटर, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी और झाड़ू निर्माता, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी, मछली पकड़ने का जाल निर्माता आदि।

पंजीकरण के लिए ये प्रमाण पत्र जरूरी..

अधिवास, कौशल प्रमाणपत्र, मोबाइल नंबर, राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक, खाता संख्या, हस्ताक्षर, फोटोग्राफ।