July 30, 2025

उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, परमवीर चक्र विजेताओं को अब 1.5 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि..

उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, परमवीर चक्र विजेताओं को अब 1.5 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि..

 

उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश के वीर सैनिकों को एक बड़ी सौगात दी है। अब राज्य सरकार की ओर से परमवीर चक्र विजेताओं को मिलने वाली अनुग्रह राशि 50 लाख रुपये से बढ़ाकर ₹1.5 करोड़ (डेढ़ करोड़ रुपये) कर दी गई है। इसके साथ ही तीन लाख रुपये की वार्षिक अनुदान राशि भी पूर्व की भांति जारी रहेगी। सीएम धामी ने यह ऐलान खटीमा में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह के दौरान किया, जो उनके पिता स्वर्गीय सूबेदार शेर सिंह धामी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि यह निर्णय वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान के प्रति राज्य सरकार की कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक है। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है। यहां के सैनिकों ने देश की रक्षा में हमेशा अद्भुत शौर्य और बलिदान का परिचय दिया है। हमारी सरकार हर स्तर पर सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में सैनिक कल्याण विभाग द्वारा प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे मुख्यमंत्री ने औपचारिक मंजूरी दे दी है। नई व्यवस्था के तहत परमवीर चक्र से सम्मानित सैनिकों या उनके आश्रितों को अब राज्य सरकार से कुल डेढ़ करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। उत्तराखंड हमेशा से देश की रक्षा पंक्ति में अग्रणी रहा है। प्रदेश के सैकड़ों वीर सैनिकों ने परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र जैसे सर्वोच्च सैन्य सम्मान प्राप्त किए हैं। ऐसे में यह निर्णय उन सभी को एक प्रेरणा और सम्मान का संदेश देगा।

कहा कि जून 2022 से पहले परमवीर चक्र विजेता को मिलने वाली अनुग्रह राशि 30 लाख रूपये थी। कैबिनेट ने 10 जून 2022 को इस राशि को बढ़ाकर 50 लाख करने का निर्णय लिया। इसके बाद, 14 जुलाई 2022 को इस संबंध में शासनादेश भी जारी हो गया। अब सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एकमुश्त धनराशि को 50 लाख से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये कर दिया है। सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड की धरती वीरों की धरती है। हमारे सैनिकों ने हर युद्ध में अद्वितीय साहस दिखाया है। हमारा कर्तव्य है कि हम उनके सम्मान और कल्याण के लिए हरसंभव प्रयास करें। उत्तराखंड से सेना में सेवा देने वाले सैनिकों की संख्या हजारों में है। राज्य के वीरों ने कई बार देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर किए हैं। ऐसे में यह निर्णय न केवल सैनिकों के परिवारों को सम्मान देने का कार्य है, बल्कि युवाओं को भी सेना में सेवा के लिए प्रेरित करेगा।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर खटीमा में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह में वीर जवानों और उनके परिवारों के प्रति गहरी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे देश की सीमाएं हमारे वीर सैनिकों के शौर्य, साहस और बलिदान के कारण ही सुरक्षित हैं। हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह सैनिकों के बलिदान, समर्पण और अनुशासन का सम्मान करे। उन्होंने उत्तराखंड को “देवभूमि” के साथ-साथ “वीरभूमि” बताया, जिसने देश को असंख्य वीर सैनिक दिए हैं। एक सैनिक और उसके परिवार का जीवन अनुशासन, त्याग और सेवा की मिसाल होता है। राज्य सरकार उनके कल्याण के लिए निरंतर ठोस और प्रभावी निर्णय ले रही हैं। सीएम धामी ने कहा कि उनकी सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। चाहे बात पेंशन सुविधाओं की हो, रोजगार अवसरों की हो या अनुग्रह राशि और सहायता की हर स्तर पर नियोजित और संवेदनशील नीति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि परमवीर चक्र विजेताओं की अनुग्रह राशि को हाल ही में 50 लाख से बढ़ाकर ₹1.5 करोड़ कर दिया गया है, जो सैनिकों के प्रति राज्य की संवेदना और सम्मान को दर्शाता है। उत्तराखंड भारतीय सेना में सबसे अधिक सैनिक देने वाले राज्यों में से एक है। यहां के अनेक वीरों ने परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र जैसे सर्वोच्च सैन्य सम्मान प्राप्त किए हैं। राज्य की सामाजिक संरचना में सेना और सैनिकों का विशेष स्थान रहा है।