February 6, 2025

चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अगले सप्ताह शुरू हो जाएंगे..

चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अगले सप्ताह शुरू हो जाएंगे

इस बार 60 फीसदी रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और बाकी ऑफलाइन होंगे..

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगा। पिछली बार पंजीकरण में हुई अव्यवस्था को देखते हुए इस बार 60 फीसदी पंजीकरण ऑनलाइन और बाकी ऑफलाइन होंगे। यात्रा से दस दिन पहले ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हो जाएगा। 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। प्रशासन ने बुनियादी सुविधाओं के इंतजाम के लिए 15 अप्रैल अंतिम तिथि तय की है। बता दे कि बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि चार मई तय की गई है। अन्य तीन धामों के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि और अक्षय तृतीया पर्व पर स्पष्ट होगी। 30 अप्रैल से चार मई तक चारों धामों के कपाट खुलने की संभावित तिथि को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ऑनलाइन पंजीकरण वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/के माध्यम से कराए जाएंगे।

बुधवार को चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन ने ट्रांजिट कैंप में संबंधित जिलों के डीएम व एसपी, तीर्थ पुरोहितों व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक की। इस दौरान चारधाम यात्रा को सफल बनाने के लिए सुझाव भी लिए गए। गढ़वाल कमिश्नर व चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन के अध्यक्ष विनय शंकर पांडे का कहना हैं कि पिछले साल ऑनलाइन पंजीकरण देरी से शुरू होने से काफी दिक्कतें आई थीं। इसे देखते हुए प्रशासन ने इस बार अगले सप्ताह से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने का निर्णय लिया है। परिवहन विभाग ने निजी वाहनों के लिए भी ग्रीन कार्ड बनाने का सुझाव दिया। तीर्थ पुरोहित समाज ने पंजीकरण व टोकन व्यवस्था को अव्यवहारिक बताया। कहा कि पंजीकरण व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।

प्रथम माह में नहीं होगी वीआईपी व्यवस्था

यात्रा के दौरान किसी भी अव्यवस्था से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है कि यात्रा के पहले महीने में कोई वीआईपी व्यवस्था नहीं होगी। किसी भी तीर्थयात्री को वीआईपी स्कार्ट आदि नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव द्वारा अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों को अनुरोध पत्र भेजा जाएगा।

कहां कितने पंजीकरण काउंटर
तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए ऋषिकेश में 20, ऋषिकुल हरिद्वार में 20 तथा विकासनगर में 15 काउंटर स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही बड़कोट, हिना, पांडुकेश्वर तथा सोनप्रयाग में भी जांच काउंटरों पर अपरिहार्य कारणों से पंजीकरण किया जा सकेगा।

हरिद्वार व ऋषिकेश में बनाए जाएंगे बड़े ठहराव स्थल

चारधाम यात्रा के दौरान प्रशासन के लिए यातायात और भीड़ प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती होगी। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे का कहना हैं कि भीड़ बढ़ने पर प्रशासन कुछ शहरों में स्टॉपेज बनाकर भीड़ को नियंत्रित करेगा। हरिद्वार और ऋषिकेश में बड़े स्टॉपेज बनाए जाएंगे। विकासनगर, बड़कोट, उत्तरकाशी, श्रीनगर और कीर्तिनगर में भी यात्रियों के रुकने की व्यवस्था होगी। इन सभी जगहों पर दो से चार हजार लोगों के रहने और खाने आदि की व्यवस्था होगी।

यात्रा रूट को सेक्टर में किया गया है विभाजित

यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस ने एक अभिनव प्रयोग किया है। इस बार पूरे यात्रा मार्ग को 10-10 किलोमीटर के सेक्टरों में बांटा गया है। हर 10 किलोमीटर पर चीता पुलिस वॉकी-टॉकी से गश्त करेगी। अगर कहीं कोई दिक्कत होगी तो उसे न सिर्फ ठीक करेगी बल्कि सूचित भी करेगी।