May 5, 2025

ऑफलाइन पंजीकरण आज से शुरू, हरिद्वार-ऋषिकेश समेत इन जगहों पर करें रजिस्ट्रेशन..

ऑफलाइन पंजीकरण आज से शुरू, हरिद्वार-ऋषिकेश समेत इन जगहों पर करें रजिस्ट्रेशन..

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आज से ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की जा रही है। अब तक, 21.55 लाख तीर्थयात्री ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण कर चुके हैं। आज से हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर, और विकासनगर में सुबह 7 बजे से पंजीकरण काउंटर खुल चुके हैं, जहां तीर्थयात्री ऑफलाइन पंजीकरण कर सकेंगे। ऑफलाइन पंजीकरण से उन लोगों को फायदा होगा जो ऑनलाइन पंजीकरण में समस्याओं का सामना कर रहे थे, या जिन्होंने पहले ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कराया था। बता दे कि चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए पंजीकरण अनिवार्य है, और यह प्रक्रिया यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने में मदद करती है।

उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे। इसके बाद, 2 मई को केदारनाथ धाम और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट विधिवत पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। इस बार यात्रा को लेकर सरकार ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। पंजीकरण प्रक्रिया को और सरल बनाते हुए, लगभग 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम से किए जा चुके हैं। साथ ही उन श्रद्धालुओं के लिए जिन्होंने ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कराया है, उनके लिए 40 प्रतिशत पंजीकरण ऑफलाइन करने की भी व्यवस्था की गई है। सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा प्रबंधन को सुदृढ़ बनाया है। उम्मीद है कि इस वर्ष यात्रा में बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।

यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार ने चारधाम यात्रा मार्गों के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में 30, हरिद्वार में 20, और हरबर्टपुर व विकासनगर में 15 पंजीकरण काउंटर स्थापित किए हैं। इन काउंटरों के माध्यम से तीर्थयात्री अपनी यात्रा का पंजीकरण आसानी से कर सकते हैं। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी दी कि इस वर्ष यात्रा पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। यात्रियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पंजीकरण करने की सुविधा प्रदान की गई है। ऑनलाइन पंजीकरण पहले से चालू है, जबकि आज से ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू कर दिया गया हैं। सरकार ने यात्रा के प्रबंधन को अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए यह कदम उठाया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।