July 29, 2025

पारंपरिक आभूषणों को ‘लोकल से ग्लोबल’ बनाएं, सीएम धामी का स्वर्णकारों से आग्रह..

पारंपरिक आभूषणों को ‘लोकल से ग्लोबल’ बनाएं, सीएम धामी का स्वर्णकारों से आग्रह..

 

 

उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के सभी स्वर्णकारों (ज्वैलर्स) से आग्रह किया है कि वे राज्य के पारंपरिक आभूषण डिजाइनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि यह समय है जब हमें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंचों पर ले जाकर ‘लोकल टू ग्लोबल’ के सपने को साकार करना चाहिए। सीएम का कहना हैं कि आज पूरा विश्व भारतीय कला, संस्कृति और डिज़ाइन की ओर आकर्षित हो रहा है। ऐसे समय में उत्तराखंड की पारंपरिक लोकशिल्प और आभूषण डिज़ाइन को वैश्विक बाजार की मांग के अनुरूप ढालने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल न केवल व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारी युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम भी बन सकती है। उन्होंने चिंता जताई कि आधुनिकता की दौड़ में नई पीढ़ी अपने पारंपरिक आभूषणों और शिल्पकला से विमुख होती जा रही है, जिसे रोकने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है। सीएम के अनुसार, राज्य सरकार पारंपरिक कारीगरों, शिल्पियों और डिज़ाइनरों को हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को विश्व पटल पर और मजबूती मिल सके।

सीएम धामी ने यह बात रविवार को देहरादून स्थित सन इन पार्क होटल में आयोजित अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ की “गोल्ड एपरेसल” कार्यशाला एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड में स्वर्णकार बोर्ड के गठन पर भी गंभीरता से विचार कर रही है, ताकि इस पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े लोगों को एक संगठित मंच और नीति आधारित सहयोग मिल सके। पारंपरिक आभूषणों को ‘लोकल टू ग्लोबल’ बनाने की दिशा में यह समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने स्वर्णकारों से आग्रह किया कि वे वैश्विक बाजार की मांग के अनुरूप अपनी कला को ढालें और राज्य की सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाएं। इस मौके पर स्वर्णकार समाज के कई प्रतिनिधियों, शिल्पकारों और उद्यमियों ने भाग लिया और पारंपरिक आभूषण उद्योग की वर्तमान स्थिति पर विचार-विमर्श किया।

सीएम ने कहा है कि स्वर्णकार समाज केवल आभूषण नहीं बनाता, बल्कि भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा और विरासत को सहेजने का भी कार्य करता है। उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया भारतीय कला और संस्कृति की ओर आकर्षित हो रही है, तब स्वर्णकारों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक एवं गोल्ड एपरेसल कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में देशभर से आए स्वर्णकारों, उद्यमियों, कारीगरों और हस्तशिल्पियों का उन्होंने हार्दिक स्वागत किया। सीएम ने कहा कि स्वर्णकार समाज ने न केवल भारतीय नारी की सुंदरता को अपने आभूषणों से सजाया है, बल्कि राजा-महाराजाओं के काल में मुद्रा निर्माण, मंदिरों की कलात्मकता और शिल्पकला में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह समाज हमारी संस्कृति का जीवंत दस्तावेज है। उन्होंने स्वर्णकारों से अपील की कि वे अपने पारंपरिक डिजाइनों को वैश्विक बाजार की मांग के अनुरूप ढालें, ताकि ‘लोकल टू ग्लोबल’ का सपना साकार किया जा सके। सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार स्वर्णकार समाज के कौशल विकास, पारंपरिक डिजाइनों के संरक्षण और वैश्वीकरण को बढ़ावा देने वाले ठोस प्रस्तावों को हरसंभव समर्थन देगी। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में ‘वोकल फॉर लोकल’, ‘मेक इन इंडिया’, ‘मेड इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ जैसी पहलों के माध्यम से ’आत्मनिर्भर भारत’ के स्वप्न को साकार करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप आज देश के कारीगरों, शिल्पकारों और स्वदेशी उत्पादों को न केवल नई पहचान मिल रही है, बल्कि वैश्विक मंच पर भी उनका गौरव बढ़ रहा है।

भारत बनेगा वैश्विक ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइनिंग हब..

सीएम धामी ने कहा कि पीएम श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है। इसी दिशा में भारत को वैश्विक ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइनिंग का केंद्र बनाने के लिए अनेक रणनीतिक पहल की जा रही हैं। सीएम रविवार को देहरादून में आयोजित अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आधारभूत संरचना का विकास, कौशल प्रशिक्षण, निर्यात संवर्धन और उच्च गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करने के लिए बहुआयामी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सीएम ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले वर्ष मुंबई में ‘भारत रत्न मेगा कॉमन फैसिलिटी सेंटर’ की आधारशिला रखी गई। यह सेंटर देश के जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर को विश्वस्तरीय तकनीक, अत्याधुनिक डिजाइनिंग सुविधाएं, और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की क्षमता प्रदान करेगा। उन्होंने इसे एक क्रांतिकारी कदम बताया। सीएम धामी ने कहा कि इस प्रकार के प्रोजेक्ट न केवल भारत के पारंपरिक आभूषण उद्योग को नई ऊर्जा देंगे, बल्कि लोकल से ग्लोबल के विज़न को भी मजबूती प्रदान करेंगे।

उत्तराखंड में पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण..

सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार राज्य के पारंपरिक कौशल, हस्तशिल्प समुदायों और लघु एवं कुटीर उद्योगों को सशक्त बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं और नीतियां सफलतापूर्वक लागू की गई हैं। अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ की कार्यशाला में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीकों से प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे बदलते बाज़ार की मांग के अनुसार प्रतिस्पर्धी बन सकें। इसके साथ ही आर्थिक सहायता योजनाओं के अंतर्गत लघु एवं कुटीर उद्योगों को सस्ती दरों पर ऋण और सब्सिडी जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिससे ये उद्योग आत्मनिर्भर बनें और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को बढ़ावा मिले।

सीएम ने कहा कि इन योजनाओं के कारण राज्य का समग्र विकास सुनिश्चित हुआ है। यही कारण है कि उत्तराखंड आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में एचीवर्स और स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर्स की श्रेणी में आ चुका है। सीएम धामी ने यह भी कहा कि सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड रोजगार सृजन में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। हमने एक वर्ष में 4.4 प्रतिशत बेरोजगारी दर में कमी लाकर राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन किया है, जो राज्य की मजबूत आर्थिक दिशा का प्रमाण हैं। हमने राज्य हित में कई ऐतिहासिक निर्णय भी लिए हैं, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते ठंडे बस्ते में डाल दिया था। हमने देश में सबसे पहले “समान नागरिक संहिता” को लागू करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। साथ ही, हमने प्रदेश में देश का सबसे प्रभावी नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिसके परिणाम स्वरूप उत्तराखंड में पिछले 3 वर्ष में लगभग 23 हजार से अधिक युवाओं ने सरकारी नौकरियां पाने में सफलता प्राप्त की है। इसी संकल्प के साथ, हमने प्रदेश में लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की है, साथ ही हमने प्रदेश में एक सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून भी लागू किया है। वर्तमान में पूरे प्रदेश भर में चल रहा “ऑपरेशन कालनेमि“ सनातन धर्म को बदनाम करने वाले ढोंगियों का पर्दाफाश कर रहा है। इस ऑपरेशन को आने वाले दिनों में और अधिक विस्तार प्रदान करने की हमारी मंशा है।