
366 शिक्षकों की मुराद पूरी, अपने पसंदीदा मंडल में मिली तैनाती..
उत्तराखंड: माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत 366 एलटी (लाइसेंसी प्रशिक्षित) संवर्ग के शिक्षकों को आखिरकार वह बड़ी राहत मिल गई, जिसका इंतजार वे वर्षों से कर रहे थे। राज्य सरकार ने इन शिक्षकों का अंतरमण्डलीय स्थानांतरण (इंटर-डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर) स्वीकृत कर दिया है। इस निर्णय से लंबे समय से दूर-दराज़ जिलों में नियुक्त शिक्षकों को अपने वांछित जिलों में स्थानांतरण का लाभ मिलेगा। इससे न केवल शिक्षकों की व्यक्तिगत और पारिवारिक समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी स्थायित्व मिलेगा। आपको बता दे कि इन शिक्षकों ने कई वर्षों से अंतरमण्डलीय स्थानांतरण की मांग उठाई थी, लेकिन प्रक्रिया बार-बार अटकती रही। हाल ही में विभाग ने लंबित मामलों की समीक्षा कर 366 शिक्षकों के नामों को मंजूरी प्रदान की।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस निर्णय को “शिक्षकों के हित में एक ऐतिहासिक कदम” बताया है। उनका कहना हैं कि “यह स्थानांतरण सिर्फ बदलाव नहीं है, बल्कि यह शिक्षकों के जीवन में संतुलन और सहजता लाने का प्रयास है। मंत्री ने सभी स्थानांतरित शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि वे अपने नवीन कार्यक्षेत्र में समर्पण और निष्ठा से कार्य करेंगे। कई शिक्षक ऐसे थे जो 5 से 10 वर्षों से दूरदराज़ जिलों में कार्यरत थे और गृह जनपद में स्थानांतरण की प्रतीक्षा कर रहे थे। अब उनके जीवन में यह फैसला संतुलन और पारिवारिक स्थायित्व लेकर आएगा।
शिक्षकों को मिली अपने पसंदीदा मंडल में तैनाती..
विभागीय अधिकारियों के अनुसार एलटी संवर्ग के 366 शिक्षकों का अंतरमण्डलीय स्थानांतरण कर दिया गया हैं। स्थानांतरित शिक्षकों में कुमाऊं मंडल से 201 शिक्षक और गढ़वाल मंडल से 165 शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों में हिंदी, अंग्रेज़ी, गणित, विज्ञान, कला, व्यायाम, गृहविज्ञान और वाणिज्य जैसे प्रमुख विषयों के अध्यापक सम्मिलित हैं। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कहना हैं कि यह स्थानांतरण सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि शिक्षकों के जीवन में संतुलन और सहजता लाने का प्रयास है। शिक्षक खुश रहेंगे तो कक्षा में उनकी ऊर्जा और समर्पण भी बढ़ेगा। मंत्री ने सभी स्थानांतरित शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और उनसे अपेक्षा जताई कि वे नवीन कार्यक्षेत्र में पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता से कार्य करेंगे।
15 दिनों के भीतर नए विद्यालय में करना होगा कार्यभार ग्रहण..
विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी स्थानांतरित शिक्षकों को अगले 15 दिनों के भीतर अपने वर्तमान विद्यालय से कार्यमुक्त होकर नए विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करना होगा। वहीं नई तैनाती स्थल पर शिक्षकों की गिनती संबंधित मंडल के कनिष्ठतम कर्मी के रूप में की जाएगी।
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