December 22, 2024

ब्रहमकमल के फूलों से की जा रही है बाबा केदार की विशेष पूजा..

ब्रहमकमल के फूलों से की जा रही है बाबा केदार की विशेष पूजा..

बद्री-केदार मंदिर समिति ने की भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा-अर्चना..

जिले के अन्य शिवालयों में भी उमड़ा भक्तों का सैलाब..

 

 

रुद्रप्रयाग। सावन माह के पहले सोमवार पर विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान सुबह से ही बाबा केदार के दर्शनों के लिये भक्तों की लंबी लाइन लगी रही। भक्तों ने बाबा केदार का जलाभिषेक करने के साथ ही ब्रहमकमल के पुष्प अर्पित किये।

मान्यताओं के अनुसार सावन मास को भगवान शिव का अतिप्रिय माह माना जाता है। इस माह भक्त बाबा केदार का जलाभिषेक एवं दुग्धाभिषेक करते हैं। केदारनाथ धाम में भी बाबा केदार के दर्शनों के लिये सावन मास के पहले सोमवार के दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। बाबा केदार के दर्शनों के लिये लंबी लाइन लगी रही। कांवड़ यात्री भी जगह-जगह से जल लेकर बाबा केदार का जलाभिषेक करने के लिये पहुंचे, जबकि बद्री-केदार मंदिर समिति और तीर्थ पुरोहितों की ओर से बाबा केदार को ब्रहमकमल के फूल अर्पित करके विशेष पूजा की गई।

पिछले दिनों बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ पहुंचने वाले भक्तों की संख्या बेहद कम हो गई थी, लेकिन सावन माह शुरू होते ही एक बार फिर से भक्तों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। इसके साथ ही बद्री-केदार मंदिर समिति की ओर से भी सावन मास के पहले सोमवार को भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की गई। मंदिर समिति के कर्मचारियों की ओर से बाबा को चढ़ाने के लिए 13 हजार की फीट की ऊंचाई से ब्रहमकमल लाये गये थे,

जिन्हें सावन मास के पहले सोमवार को चढ़ाया गया। केदारनाथ पहुंचे भक्तों ने कहा कि वह आसानी से पैदल यात्रा करके पहुंचे हैं। उन्हें बाबा केदार का जलाभिषेक करके बहुत खुशी है। केदारनाथ तीर्थ पुुरोहित अंकुर शुक्ला ने बताया कि सावन के पहले सोमवार को भक्त बड़ी संख्या में बाबा के दरबार में पहुंचे। सावन मास को लेकर भक्तों में खासा उत्साह बना हुआ है।

वहीं दूसरी ओर सावन के पहले सोमवार पर जिले के शिवालयों में बड़ी संख्या में भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे। इस दौरान कई जगहों पर लम्बी लाइनें लगी रही। मद्महेश्वर और तुंगनाथ मंदिर में दिनभर भक्त भगवान का जलाभिषेक करने पहुंचते रहे।

भगवान शिव का पवित्र सावन का महीना शुरू हो गया है। पहले सोमवार को लेकर भक्तों में उत्साह देखा गया। मुख्यालय स्थित कोटेश्वर में सुबह चार बजे से भक्त उमड़ने शुरू हुए, जो देर शाम तक जारी रहे।

यहां अलकनंदा तट पर गंगा जल लेकर भक्तों ने भगवान कोटेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया। भक्तों की भीड़ देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस तैनात रही। वहीं केदारनाथ में भी बाबा केदार का बड़ी संख्या में भक्तों ने जलाभिषेक करते हुए पूजा अर्चना की। बेलपत्र, ब्रह्मकमल भगवान को अर्पित किए गए। वहीं द्वितीय केदार मदमहेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ में भी भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। इधर, मुख्यालय स्थित रुद्रनाथ, पुंडेश्वर महादेव, कोटेश्वर में भक्तों की भीड़ लगी रही। जबकि सूर्यप्रयाग, विश्वनाथ, रुच्छ महादेव, ओंकारेश्वर ऊखीमठ आदि स्थानों पर भक्त दिनभर भगवान शिव की पूजा अर्चना और जलाभिषेक करने पहुंचे।