November 22, 2024

आज शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे हेमकुंड साहिब के कपाट..

आज शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे हेमकुंड साहिब के कपाट..

 

 

 

उत्तराखंड: चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बंद करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दोनों धाम के कपाट आज दोपहर डेढ़ बजे बंद किए जाने हैं। कपाटबंदी के मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) का भी हेमकुंड साहिब पहुंचने का कार्यक्रम है। श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने गोविंदघाट में यह जानकारी दी है।

आपको बता दे कि श्री हेमकुंड साहिब को उत्तराखंड के पवित्र धाम के रूप में जाना है। हर साल यहां लाखों की संख्या में हिंदू सिख तीर्थ यात्री पहुंचते हैं। इन दिनों भी ऑक्सीजन की कमी की वजह से गुरुद्वारे में सुबह बारह बजे के बाद तीर्थ यात्रियों को वहां रुकने नहीं दिया जाता।

गुरुद्वारे के कपाट शरद ऋतु में आज बंद किए जा रहे हैं। मौसम विभाग और जिला प्रशासन की सहमति के आधार पर गुरुद्वारा कमेटी निर्णय लेती रही है। दुनिया में सबसे ऊंचे देवभूमि हिमालय स्थल में स्थित श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट बंद होने की सूचना जारी होते ही यहां आने वाले सिख तीर्थ यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

रोजाना करीब तीन से चार हजार तीर्थ यात्रियों का यहां आना जाना हो रहा है। गुरुद्वारे के पास ही लक्ष्मण जी का मंदिर है, दोनों के कपाट एक साथ बंद और खुलते रहे हैं। इन तीर्थ स्थलों के कपाट बंद होने के बाद ये ग्लेशियर स्थल और झील अगली मई माह तक बर्फ से ढकी रहती है। पूरा गुरुद्वारा बर्फ में दबा रहता है।

इसलिए वहां सुरक्षा संरक्षण के पर्याप्त उपाय भी किए जाते हैं। इस साल करीब ढाई लाख श्रद्धालुओं ने पावन गुरुघर में हाजिरी लगाई है। इन दिनों फूलों की घाटी में भी प्राकृतिक फूल खिले हुए है जिसकी वजह से यहां भी पर्यटकों की खूब रौनक है। वहीं फूलों की घाटी भी इसी माह के अंत तक बंद हो जाने के संकेत वन विभाग ने दिए हैं।