
यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवा शुरू करने की तैयारी, दो बार ट्रायल में हो चुकी सफल लैंडिंग..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में केदारनाथ धाम की तर्ज पर पहली बार यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है। यमुनोत्री धाम के पास हेलीपैड तैयार हो चुका है और ट्रायल में दो बार सफल लैंडिंग भी हो चुकी है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने हेली सेवा शुरू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चारधाम यात्रा में अभी केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा संचालित है। इसके साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट से केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए चार्टर्ड हेलीकॉप्टर सेवा की सुविधा है। यमुनोत्री धाम के लिए अभी हेलीकॉप्टर सेवा नहीं है। जिसके चलते यात्रियों को पांच से छह किलोमीटर की चढ़ाई चढ़कर यमुनोत्री धाम पहुंचना पड़ता है।
पैदल चलने में असमर्थ तीर्थयात्री घोड़े, खच्चर और पालकी से यात्रा करते हैं। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पहली बार हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने में सफल हो जाता है तो बुजुर्ग यात्री हेलीकॉप्टर से यात्रा कर सकेंगे। आपको बता दें कि शुरुआत में 50 साल से अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों को हेलीकॉप्टर सेवा देने पर विचार किया जा रहा है।
केदारनाथ हेली सेवा में इस बार सख्ती से लागू होगी एसओपी..
चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ हेली सेवा में कालाबाजारी और टिकटों में धोखाधड़ी रोकने के लिए एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने हेली सेवा के लिए विमानन कंपनियों से तीन साल का अनुबंध किया है। इसके तहत पहले से अनुबंधित नौ विमानन कंपनियां ही केदारनाथ हेली सेवा का संचालन करेंगी।
हिंडन से पिथौरागढ़ हवाई सेवा को मंजूरी..
हिंडन से पिथौरागढ़ तक हवाई सेवा शुरू करने के लिए डीजीसीए की मंजूरी मिल गई है। यूकाडा हवाई सेवा के लिए एविएशन कंपनी का चयन करने की प्रक्रिया में है। हिंडन से पिथौरागढ़ तक 42 सीटर विमान संचालित होगा। इससे सीमांत जिले पिथौरागढ़ तक आवागमन सुगम होगा। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवा शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हेलीपैड का ट्रायल हो चुका है। इसके साथ ही हिंडन से पिथौरागढ़ तक हवाई सेवा को मंजूरी मिल गई है।
More Stories
टीएचडीसी संभालेगा टिहरी बांध प्रभावितों का पुनर्वास, आवासीय और कृषि भूखंड होंगे विकसित
स्टार्टअप्स को नई उड़ान देगी धामी सरकार, 200 करोड़ का वेंचर फंड स्थापित..
भीमताल-नौकुचियाताल झीलों का होगा कायाकल्प: 64 करोड़ की डीपीआर भेजी गई शासन को..