June 1, 2025

डिजिटल से जुड़े चुनाव, EPIC से होगा फर्जीवाड़े पर वार..

डिजिटल से जुड़े चुनाव, EPIC से होगा फर्जीवाड़े पर वार..

 

 

 

उत्तराखंड: भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी चुनाव प्रणाली को पारदर्शी, सरल और मतदाता के अनुकूल बनाने के लिए कई बड़े सुधार किए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम के अनुसार आयोग ने विभिन्न क्षेत्रों में सुधार करने का निर्णय लिया है, जिनसे मतदाताओं को बेहतर अनुभव प्राप्त होगा। इन सुधारों में मतदान केंद्रों की सुगमता, वोटर लिस्ट का सही तरीके से अपडेट करना, सूचना स्लिप का वितरण, तकनीकी एकीकरण और राजनीतिक संवाद को बढ़ावा देना शामिल है। मतदाता केंद्रों को और अधिक सुविधाजनक बनाया जाएगा, ताकि मतदाता आसानी से मतदान कर सकें।

निर्वाचन आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि वोटर लिस्ट नियमित रूप से अपडेट की जाए, जिससे किसी भी मतदाता को अपना वोट डालने से वंचित नहीं होना पड़े। साथ ही मतदाताओं को मतदान केंद्र और मतदान की तारीख के बारे में सूचित करने के लिए सूचना स्लिप जारी की जाएंगी। आयोग ने चुनावी प्रक्रिया में तकनीकी सुधार को प्राथमिकता दी है, जिससे मतदान प्रक्रिया और परिणामों में पारदर्शिता और गति आएगी। आयोग ने राजनीतिक पार्टियों के साथ बेहतर संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने का भी निर्णय लिया है, ताकि चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता और समझ बनी रहे। यह सुधार देश की चुनाव प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और विश्वसनीय बनाने के लिए किए जा रहे हैं। मतदाता की सुविधा और चुनावी निष्पक्षता को बढ़ावा देना आयोग की प्राथमिकता है।

डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम का कहना हैं कि चुनाव प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और मतदाता के अनुकूल बनाने के लिए कुछ और महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। अब प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता ही होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य मतदान केंद्रों पर भीड़ को कम करना और मतदान के अनुभव को बेहतर बनाना है। इससे मतदाताओं को आराम से अपना वोट डालने का अवसर मिलेगा और मतदान प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित होगी। वही विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में जहां लोगों को मतदान के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, वहां अतिरिक्त मतदान बूथ बनाए जाएंगे। इससे मतदाताओं को अपने घरों के पास मतदान केंद्र मिलेंगे और उन्हें लंबी दूरी तय करने की आवश्यकता नहीं होगी। आयोग अब मृतकों के डेटा को सीधे रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया से प्राप्त करेगा और उसे सत्यापित कर मतदाता सूची से हटा देगा। इस कदम से डुप्लीकेट और फर्जी नामों को हटाने में मदद मिलेगी, जिससे मतदाता सूची और चुनाव प्रक्रिया की शुद्धता में सुधार होगा।

वोटर स्लिप में अब मतदाता की क्रम संख्या और भाग संख्या को और भी प्रमुखता से दिखाया जाएगा, जिससे मतदाता को अपने बूथ तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो। वहीं अब चुनाव आयोग ने एक नया ईसीआईनेट डैशबोर्ड लॉन्च किया है, जो 40 से अधिक ऐप्स और वेबसाइट्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर समाहित करता है। यह डैशबोर्ड चुनावी जानकारी तक पहुंच को सरल और सुलभ बनाएगा, जिससे मतदाता और राजनीतिक दल आसानी से चुनाव संबंधी डेटा और सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। एकीकृत प्लेटफॉर्म से सूचना के आदान-प्रदान में पारदर्शिता और गति आएगी। अब हर मतदाता के पास एक विशिष्ट EPIC नंबर होगा, जिससे डुप्लिकेट वोटर कार्ड जारी होने की संभावना खत्म हो जाएगी। यह कदम चुनावी प्रणाली में और अधिक पारदर्शिता लाएगा और फर्जी वोटिंग पर रोक लगाने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह वोटर पहचान में भी अधिक सटीकता सुनिश्चित करेगा। इन सुधारों से चुनाव प्रणाली को और भी पारदर्शी, कुशल और तकनीकी रूप से मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम उठाए गए हैं। इससे न केवल मतदाताओं की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि चुनावों में धोखाधड़ी और फर्जी मतदान की संभावना भी कम होगी।