December 23, 2024

जनवरी से उत्तराखंड में नियमित होगी ड्रोन मेडिकल सेवा..

जनवरी से उत्तराखंड में नियमित होगी ड्रोन मेडिकल सेवा..

पहाड़ी क्षेत्रों में भेजी जाएंगी दवाइयां..

 

 

 

 

उत्तराखंड: अगले वर्ष जनवरी माह से एम्स ऋषिकेश ड्रोन मेडिकल सेवा शुरू करने जा रहा है। जिसके तहत यहां से प्रतिदिन ड्रोन के माध्यम से पहाड़ी क्षेत्रों में दवाइयां व अन्य चिकित्सा संबंधी सामग्री भेजी जाएंगी। एम्स प्रशासन ने इसके लिए सभी तैयारियां भी कर ली हैं। नए वर्ष में एम्स ऋषिकेश के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने जा रही है। एम्स प्रशासन जनवरी माह में ड्रोन मेडिकल सेवा शुरू करने जा रहा है। यह सेवा केंद्र, राज्य सरकार व एम्स के समन्वय से संचालित होगी। ड्रोन मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी जितेंद्र गैरोला का कहना हैं कि पूरे देश में सेवा शुरू की जा रही है। एम्स को भी केंद्र सरकार से इस सेवा को जल्द शुरू करने के निर्देश मिले हैं। कहा कि यह सेवा चारधाम यात्रा व आपदा के दौरान काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। पहले चरण में प्रत्येक जनपद के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को इस सेवा से जोड़ा जाएगा।

आपको बता दे कि पहाड़ी क्षेत्रों में ड्रोन से दवाई आदि भेजे जाने के लिए एम्स प्रशासन पूर्व में तीन बार ट्रायल कर चुका है। ड्रोन से दवाई भेजने वाला ऋषिकेश एम्स देश का पहला एम्स है। पहला ट्रायल 16 फरवरी 2023 को किया था। तब करीब 2 किलो भार की दवाइयां जिला अस्पताल टिहरी गढ़वाल भेजी गई थी। दूसरे ट्रायल के तहत 2 मार्च को यमकेश्वर सीएचसी में दवाई भेजी गई थी। तीसरा ट्रायल 7 अगस्त 2023 को किया गया था। जिसके तहत कोटद्वार ब्लड कंपोनेंट भेेजे जा रहे थे। लेकिन ड्रोन अपने निर्धारित स्थल से कुछ दूर पहले क्रैश हो गया था। हालांकि ब्लड कंपोनेंट पूरी तरह सुरक्षित थे।

भविष्य में नमो ड्रोन दीदी उड़ाएंगी ड्रोन..

इस योजना में महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की भूमिका भी अहम होगी। एम्स से जिस पहाड़ी स्वास्थ्य केंद्र में ड्रोन से दवाइयां या अन्य सामग्री भेजी जाएगी वहां ड्रोन से सामग्री उतराना या इस पर सामग्री चढ़ाने का कार्य महिलाएं करेंगी। इसके लिए इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। इन महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। भविष्य में यही महिलाएं ड्रोन भी उड़ाएंगी। इन महिलाओं को नमो ड्रोन दीदी का नाम दिया गया है।

सीएचसी चंबा से होगी शुरुआत..

इस योजना की शुरुआत सीएचसी चंबा से की जाएगी। ड्रोन मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी जितेंद्र गैरोला का कहना हैं कि इसके लिए चंबा कार्य योजना तैयार कर ली गई है। नमो ड्रोन दीदी के लिए यहां महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ एम्स निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने एक बैठक भी की है। जिसमें नमो ड्रोन दीदी के लिए महिलाओं का चयन भी किया गया है। नए साल से जनवरी माह में मेडिकल ड्रोन सेवा शुरू की जाएगी। यह सेवा प्रतिदिन नियमित रूप से संचालित होगी। इसके लिए एम्स पूरी तरह तैयार है।