मुख्य सड़क से पैदल चलकर राइंका रुद्रप्रयाग तक पहुंचे डीएम..
नगर क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यो का किया निरीक्षण..
व्यापारियों को दी फुटपाथ पर सामान ना रखने की हिदायत..
रुद्रप्रयाग। डीएम मयूर दीक्षित हर दिन कुछ नया करके अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय जनता को भी हैरान कर देते हैं। कभी अधिकारियों को बस की सवारी कराकर शिविरों में लेकर जाते हैं तो कभी स्थानीय जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करने लग जाते हैं। हर दिन जिलाधिकारी की ओर से कुछ नया करने से एक तरफ लोगों के चेहरों पर खुशी देखने को मिल रही है तो दूसरी ओर उनकी जुंबा पर डीएम के कार्यो की चर्चाएं भी हो रही हैं।
बुधवार को भी डीएम मयूर दीक्षित कुछ नया कर गए। वे मुख्य सड़क से पैदल चलकर उत्कृष्ट स्वामी सच्चिदानंद राजकीय इंटर काॅलेज पहुंचे, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को जांचा और स्कूल प्रबंधन को कड़े निर्देश भी दिए। व्यवस्थाओं में खामिया पाये जाने पर डीएम ने नाराजगी भी जाहिर की। साथ ही नगर क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया।
व्यापारियों की ओर से फुटपाथ पर सामान रखे जाने पर हटाने को कहा। डीएम ने स्कूल पहुंच सीसी सड़क मार्ग का निरीक्षण करते हुए अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देश दिए कि सीसी सड़क मार्ग के किनारे रैलिंग एवं नाली निर्माण का कार्य तत्परता से कराया जाए। इसके साथ ही रैलिंग पर पेंट का कार्य भी किया जाए।
उन्होंने कहा कि सड़क की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए इसकी निरंतर तराई का कार्य किया जाए, जिससे उसकी मजबूती बेहतर हो सके। इसके साथ ही उन्होंने नगर पालिका को जीआईसी काॅलेज के पास रैलिंग लगाने एवं बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था करने को कहा।
अटल उत्कृष्ट स्वामी सच्चिदानंद राजकीय इंटर काॅलेज का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि काॅलेज में साफ-सफाई की व्यवस्था दुरूस्त नहीं है। साथ ही पानी के नल लीकेज होने और क्लास रूम की खिड़कियों की जालियां टूटी होने तथा सभी क्लास रूमों में विद्युत व्यवस्था दुरूस्त न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए काॅलेज के प्रधानाचार्य का से स्पष्टीकरण मांगा।
डीएम ने प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि काॅलेज में किसी छात्र-छात्रा को पठन-पाठन में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि स्कूल में साफ-सफाई, फर्नीचर, विद्युत, पानी, शौचालय की उचित व्यवस्था की जाए। ताकि किसी भी छात्र-छात्रा को पठन-पाठन में कोई असुविधा न हो।
उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के लिए धन के अभाव में आवश्यक सामग्री को उपलब्ध कराने में कोई भी कमी नहीं होने दी जाएगी। किसी सामग्री एवं उपकरण के लिए तत्काल धनराशि की मांग के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी की ओर से प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाए।
जिलाधिकारी ने काॅलेज में पुराने जीर्ण-शीर्ण भवनों को भी त्वरित ध्वस्त करने के निर्देश अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को दिए। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को निर्देश दिए कि काॅलेज में बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था कराए जाने के लिए काॅलेज में तैनात चतुर्थ श्रेणी एवं सफाई कर्मचारियों का कार्य आवंटित करते हुए कार्य आदेश निर्गत कर दें, ताकि संबंधित कर्मचारियों द्वारा उन्हें सौंपे गए कार्यों का निर्वहन ठीक ढंग से किया जा सके।
इसमें यदि किसी कर्मचारी द्वारा अपने कार्यों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा के मंदिर में किसी प्रकार की कोई लापरवाही एवं शिथिलता क्षम्य नहीं की जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य बाजार का भी निरीक्षण किया और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देश दिए कि बाजार के फुटपाथ में किसी भी व्यापारियों द्वारा किसी प्रकार से अतिक्रमण न हो और न ही फुटपाथ पर कोई सामग्री रखी जाए। सड़क किनारे जो अनावश्यक रूप से होर्डिंग्स एवं बैनर लगाए गए हैं, उनको तत्काल हटाया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि रुद्रप्रयाग मुख्यालय केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम का मुख्य मार्ग है, जहां से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि शहर एवं जनपद की सुंदरता बनाए रखने के लिए सड़क के किनारे एवं किसी भी सरकारी की संपत्ति में किसी भी तरह की प्रचार सामग्री चस्पा न की जाए।
यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा बिना अनुमति के सरकारी संपत्ति एवं सड़क किनारे अपनी प्रचार सामग्री होर्डिंग, बैनर लगाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुमार कुरील, प्रधानाचार्य राजकीय इंटर काॅलेज रुद्रप्रयाग राजवीर सिंह भदौरिया, अवर अभियंता नगर पालिका कृतपाल लाल, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय विनोदमणि आदि मौजूद रहे।
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