9 अगस्त से माँ राजराजेश्वरी तालतोली की भव्य देवरा यात्रा शुरू..
7 अगस्त से माँ दक्षिण काली की देवरा यात्रा शुरू..
उत्तराखंड: केदारघाटी के फहली गाँव की अधिष्ठात्री देवी माँ दक्षिण काली की देवरा यात्रा की तैयारियाँ जोरों पर चल रही है। 7 अगस्त से शुरू होने वाली इस देवरा यात्रा को लेकर ग्रामीण उत्साहित है। 18 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा क्षेत्र के विभिन्न गाँवों से होकर केदारघाटी के कई धार्मिक स्थलों का भ्रमण करेगी। 7 अगस्त को पूजा अर्चना के बाद 8 अगस्त को माँ दक्षिण काली की देवरा यात्रा क्षेत्र भ्रमण हेतु देवीधार,अर्ग, फहली गांव के लिए प्रस्थान करेगी। 9 अगस्त को माँ दक्षिण काली की देवरा यात्रा फहली गांव से रात्रि विश्राम हनुमान मंदिर में करेगी। साथ ही 10 अगस्त को नन्दखोला पैतोली, सिंगोली भ्रमण कर रात्रि विश्राम पसालत में होगा।
11 अगस्त को लमगोण्डी भ्रमण कर रात्रि विश्राम गुप्तकाशी में होगा। 12 अगस्त को माँ दक्षिण काली की देवरा यात्रा की गुप्तकाशी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना होगी। रात्रि विश्राम यात्रा फाटा में करेगी। 13 अगस्त को फाटा से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम सीतापुर में होगा। 14 अगस्त को सीतापुर से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम त्रियुगीनारायण में होगा। साथ ही 15 अगस्त को यात्रा का त्रियुगीनारायण से प्रस्थान के बाद रात्रि विश्राम गौरीकुंड में होगा। 16 अगस्त गौरीकुंड से रात्रि विश्राम श्री केदारनाथ धाम। 17 अगस्त को श्री केदारनाथ धाम में गंगा स्नान, भैरव नाथ मंदिर में पूजा अर्चना होगी। 18 अगस्त को डोली श्री केदारनाथ धाम भ्रमण के साथ ही अनकूट मेले के दर्शन करेगी। इसके साथ ही 19 अगस्त को केदारनाथ धाम से वापसी के बाद अपने विभिन्न यात्रा पड़ाव, कालीमठ होते हुये बद्रीनाथ धाम को प्रस्थान करेगी। बद्रीनाथ धाम में पूजा अर्चना के बाद धाम में भ्रमण कर, 23 अगस्त को माता की डोली वापस फहली गाँव अपने मूल स्थान पहुँचेगी।
भ्रमण के दौरान माता यात्रा मार्ग में विभिन्न गाँवो से गुजरेगी व भक्तों को दर्शन देगी। दक्षिण काली सेवा समिति के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख विष्णुकान्त शुक्ला का कहना हैं कि 24 अगस्त को हवन यज्ञ के बाद पूर्णाहुति होगी। उन्होने सभी भक्तजनों व सनातन धर्मावलम्बियों से अधिक से अधिक संख्या में माता के दर्शनों को पहुँच कर माता का आशीर्वाद एवं प्रसाद ग्रहण करने का आग्रह किया।
इसके साथ ही केदार घाटी की सुप्रसिद्ध देवी अखिल ब्रह्माण्ड नायिका जगत जननी ग्यारह गावों की ईष्ट देवी माँ राजराजेश्वरी तालतोली की 20 वर्षों के पश्चात श्री केदारनाथ देवरा यात्रा का सुभारम्भ 9 अगस्त 2024 तदनुसार 25 प्रविष्ट श्रावण मास से शुभ मुहूर्त सुनिश्चित किया गया है इस देवरा यात्रा के दौरान माता राजराजेश्वरी तालतोली अपने परम्परागत केदार घाटी के 62 गाँवों का भ्रमण करेगी। सबसे पहले माता राजराजेश्वरी 9 अगस्त 2024 को अपने मुख्य स्थान मंदिर से श्रृंगार डोली के रूप में निकलकर अपने भण्डार चौण्डी गाँव जायेगी। जो माँ राजराजेश्वरी तालतोली का ग्यारह गावों में से पहला गाँव है
तत् पश्चात् ग्राम तुलंगा खेड़ा भिनोली , सल्या, ल्वाणी , देवांगण,अन्द्रवाड़ी, नमोली,ल्वारा,जमलोक,आदि इन अपने ग्यारह गूठ गाँव के अतरिक्त अपने नजदीकी केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों के गाँव में प्रवेश कर फहली , फसालत,लमगौण्डी, देवली, भणिग्राम, घगोरा,मानपुर, ढामस,पिठौरा, आदि गावों का भ्रमण कर माता राजराजेश्वरी की देवरा यात्रा माता दुर्गा माता के क्षेत्र में प्रवेश कर माता क्वारिका देवी से भेंट कर आगे के गाँव मूठ तिनसोली, सांग, जगई, नाग लुहेडा सुबदनी कुनालिया,फेगू, बरम्वाड़ी, होते हुये सेमी, भैसारी,गुप्तकाशी, सांकरी, देवर, धारकुड़ा, रूद्रपुर, कुठेड़ा
देवसाल,जाखधार,बणसू,त्यूड़ी,खुमेरा,ब्यूग,महिषमर्दनी, मैखण्डा, खड़िया, खाट, धानी, नन्दतोली, रविगांव,फाटा, जामू, बडासू,रामपुर, सीतापुर, त्रियुगीनारायण, गौरीकुण्ड होते हुये माता राजराजेश्वरी पहुंचेगी अपने आराध्य देव देवों के देव महादेव श्री केदारनाथ के दर्शन मिलन जो कि अभूतपूर्व मिलना होता है तत पश्चात केदारनाथ भ्रमण के पश्चात माँ राजराजेश्वरी तालतोली की देवरा यात्रा रामपुर, नारायणकोटि, नाला, गुप्तकाशी होते हुये, अपने मूल स्थान तालतोली पहुचेगी। हवन शुद्धि के बाद माता अपने स्थान विराजमान हो जायेगी।
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