महड़ जग्गी कांडई में आकाशीय बिजली गिरने से एक भैंस व दो बकरियों की मौत..
रुद्रप्रयाग। बीती रात भारी बारिश के चलते छिनका गांव की अनुसूचित बस्ती में लोगों के घरों में मलबा और पानी घुस गया। जबकि पेयजल लाइन और सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई। कई गौशालों में भी मलबा घुसने से नुकसान हुआ है। सूचना पर तहसीलदार रुद्रप्रयाग एवं आपदा प्रबंधन अधिकारी मौके पर पहुंचे जबकि रेड क्रॉस की टीम भी प्रभावित गांव पहुंची।
जानकारी के अनुसार बीती रात करीब 1 बजे के छिनका के करीब अतिवृष्टि होने से भारी नुकसान हुआ। अनुसूचित बस्ती में मलबा और पानी लोगों के घरों में घुसा। गनीमत रही कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है किंतु लोगों का जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। बताया जा रहा है कि रात में विजयलाल ने घटना के दौरान जोर-जोर की पत्थर बुलडोजरों की आवाजें सुनी। भयभीत विजयलाल बाहर आए और अपने पारिवारिक और बस्ती के सभी लोगों को जगाया। सब लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों में भागे।
मौके पर पहुंची तहसीलदार रुद्रप्रयाग मंजू राजपूत ने बताया कि दो घरों में मलबा घुसा है जबकि करीब दस गौशालाएं प्रभावित हुई है। पेयजल लाइन और सिंचाई लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवार विजयपाल लाल और राहुल लाल को शासन से निर्धारित अहैतुक राशि के राहत चेक दिए गए। जबकि जरूरत की सामग्री दी जा रही है।
इधर, आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार मय फोर्स मौके पर पहुंचे और राहत बचाव किया। रेडक्रॉस सोसाइटी ने भी गांव जाकर लोगों की मदद की। रेड क्रॉस के राज्य प्रतिनिधि सतेंद्र भण्डारी, राज्य प्रतिनिधि मुंशी चैमवाल, कोषाध्यक्ष अनूप सेमवाल, सचिव जसपाल भारती, उप निरीक्षक सारी दिनेश सिंह रावत आदि ने लोगों की मदद की। आपदा प्रभावित परिवारों को सांत्वना एवं कीचन सेट, कम्बल, हाईजीन किट आदि वितरित की। वहीं घटना के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने गांव का दौरा किया और लोगों की परेशानियां पूछी।
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