November 28, 2025

मुख्य सचिव का सख्त निर्देश, PM श्री स्कूलों में अधोसंरचना सुधार को दी समयसीमा..

मुख्य सचिव का सख्त निर्देश, PM श्री स्कूलों में अधोसंरचना सुधार को दी समयसीमा..

 

 

उत्तराखंड: मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में PM श्री स्कूलों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न योजनाओं और ढांचागत विकास पर प्रस्तुतीकरण दिया। मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि PM श्री स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने में किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएस ने विशेष रूप से कंप्यूटर लैब और पुस्तकालय स्थापना कार्य को शीघ्र गति देने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी PM श्री स्कूलों में एक माह के भीतर कंप्यूटर लैब स्थापित कर दी जाएं, ताकि छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ने में तेजी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि भविष्य की शिक्षा व्यवस्था तकनीक आधारित है और स्कूलों में डिजिटल सुविधाओं का विस्तार सबसे पहली प्राथमिकता है। पुस्तकालयों के संबंध में मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि आवश्यक बजट आवंटन में तेजी लाई जाए और सभी स्कूलों में पुस्तकालयों के लिए सामग्री, फर्नीचर और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता और ज्ञान को विस्तार देने का महत्वपूर्ण केंद्र हैं, इसलिए इनके विकास में किसी भी प्रकार की देरी स्वीकार्य नहीं है।

मुख्य सचिव बर्द्धन ने शिक्षा विभाग को PM श्री स्कूलों को मॉडल संस्थान के रूप में विकसित करने के लिए चरणबद्ध कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आधुनिक अधोसंरचना, स्वच्छ परिसर, और तकनीक आधारित शिक्षण सुविधाएं सुनिश्चित करनी होंगी। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि सभी जिलाधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यों की नियमित समीक्षा करेंगे और प्रगति रिपोर्ट निर्धारित समय पर सचिवालय को भेजेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य ही PM श्री स्कूलों को सफल बनायेंगे। सीएस के इन निर्देशों के बाद अब शिक्षा विभाग में PM श्री स्कूलों की गति तेज होने की उम्मीद है।

मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि 32 PM श्री स्कूलों में एकीकृत विज्ञान प्रयोगशालाओं की स्थापना का काम तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन स्कूलों के लिए बजट जारी किया जाना शेष है, उनका एक माह के भीतर बजट आवंटित कर दिया जाए, ताकि कार्य में किसी प्रकार की देरी न हो। सीएस ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि Tinkering Lab की स्थापना में किसी प्रकार की सुस्ती न बरती जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए IIT कानपुर से लगातार संवाद बनाए रखें और निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी लैब स्थापित कराई जाएं। तकनीकी नवाचार और प्रायोगिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए Tinkering Lab को महत्वपूर्ण बताया गया। मुख्य सचिव ने PM श्री स्कूलों को मॉडल संस्थान बनाने के अपने विजन को दोहराते हुए निर्देश दिया कि सभी स्कूलों में खेल मैदानों की उपलब्धता को प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि खेल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का मुख्य आधार हैं और राज्य सरकार चाहती है कि हर PM श्री स्कूल में उपयुक्त खेल मैदान और खेल संसाधन उपलब्ध हों। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी कार्यों की नियमित समीक्षा की जाए और प्रगति रिपोर्ट समय पर सचिवालय को भेजी जाए। मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि PM श्री स्कूलों को समयबद्ध तरीके से विकसित करने के लिए विभाग को लक्ष्य आधारित कार्यशैली अपनानी होगी। मुख्य सचिव के इन निर्देशों के बाद अब PM श्री स्कूलों में विज्ञान, नवाचार और खेल अधोसंरचना को लेकर कार्यों की गति में तेज बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।

बैठक में कहा गया कि उत्तराखंड में 226 विद्यालयों को आधिकारिक रूप से PM श्री विद्यालय के रूप में चुना गया है। इनमें 34 प्राथमिक विद्यालय और 192 माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 15 और विद्यालयों को भी PM श्री ढांचे के तहत स्वीकृति प्रदान की गई है, जिससे राज्य में आधुनिक शिक्षण मॉडल को धरातल पर लाने की पहल और मजबूत हुई है। अधिकारियों ने कहा कि PM श्री योजना के अंतर्गत निर्धारित 22 Components में से 16 को 100 प्रतिशत लागू कर लिया गया है। यह दर्शाता है कि राज्य PM श्री मॉडल को समयबद्ध तरीके से लागू करने में अग्रणी राज्यों में शामिल है। शेष 6 Components का कार्य विभिन्न चरणों में चल रहा है और कई जिलों में उनकी प्रगति अपेक्षाकृत तेज गति से हो रही है। विभाग का कहना है कि आगामी महीनों में इन कम्पोनेंट्स को भी पूर्ण रूप से लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि PM श्री विद्यालयों को मॉडल स्कूलों के रूप में विकसित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है, ताकि छात्र आधुनिक सुविधाओं, नवाचार आधारित सीखने, विज्ञान प्रयोगशालाओं, तकनीकी लैब, पुस्तकालय और खेल संसाधनों से समृद्ध वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक कम्पोनेंट के क्रियान्वयन की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और बाधाओं को तुरंत दूर करके कार्यों की गति और तेज की जाए।