बेसिक शिक्षकों की 3604 पदों पर भर्ती में नहीं रखे जाएंगे बीएड अभ्यर्थी..
उत्तराखंड: प्रदेश में बेसिक शिक्षकों की 3,604 पदों के लिए इस साल होने वाली भर्ती में बीएड अभ्यर्थी नहीं रखे जाएंगे। शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत का कहना हैं कि इसके लिए बेसिक शिक्षक भर्ती सेवा नियमावली 2019 में संशोधन कर इसमें से बीएड को हटाया जाएगा। सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) करने वाले ही भर्ती हो सकेंगे। प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया वर्ष 2018-19 से पूरी नहीं हो पाई है। शिक्षा विभाग ने वर्ष 2018-19 में सहायक अध्यापक के 361 पदों के लिए आवेदन मांगे थे, लेकिन उस दौरान 345 पदों पर ही भर्ती हो पाई। इसके बाद 2020-21 में 2287 पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन विभिन्न वजहों से मात्र 1504 पदों को ही भरा जा सका।
जबकि, वर्ष 2021-22 में बेसिक शिक्षक भर्ती के 451 पदों में से एक भी पद पर भर्ती नहीं हुई। विभाग की ओर से वर्ष 2018-19 से अब तक बेसिक शिक्षकों के 3,099 पदों के लिए आवेदन मांगे गए, इसके विपरीत मात्र 1,849 पदों को ही भरा जा सका है। आवेदन मांगे जाने के बावजूद विभिन्न वजहों से भर्ती के 1250 पद खाली हैं।
कुछ बीएड अभ्यर्थी सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति पा चुके..
इसके साथ ही विभाग में बेसिक शिक्षकों के 2,354 अन्य पद खाली चल रहे हैं। शिक्षक भर्ती के 1,250 पदों पर बीएड अभ्यर्थियों को रखा जाए या नहीं इसके लिए विभाग की ओर से न्याय विभाग से सुझाव मांगा गया है। विभाग की ओर ये यह भी कहा गया कि पूर्व में कुछ बीएड अभ्यर्थी सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति पा चुके हैं। शिक्षा विभाग की ओर से 3,099 पदों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया के दौरान कुछ बीएड अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी जा चुकी है। यदि विभाग की ओर से इस भर्ती में से शेष बचे 1,250 पदों पर बीएड अभ्यर्थियों को न रखा गया, तो लगभग 70 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त हो सकती हैं।
पहले की तरह मेरिट के आधार पर होगी भर्ती..
शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों से दो साल का कोर्स पूरा करने वाले डीएलएड अभ्यर्थियों की पूर्व की तरह मेरिट के आधार पर भर्ती होगी। भर्ती का पैटर्न नहीं बदलेगा।
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