बेहतरीन कार्य करने वाले 19 शिक्षकों को दिया अनमोल शिक्षक सम्मान..
रुद्रप्रयाग। मिशन शिक्षण संवाद के तत्वावधान में अगस्त्यमुनि में एक शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मिशन शिक्षण संवाद की कोशिशों से सफलता पाने वाले रुद्रप्रयाग जनपद के पांच छात्रों को बालरत्न पुरष्कार, मिशन शिक्षण संवाद में बेहतरीन कार्य करने वाले उत्तराखण्ड के 19 शिक्षकों को अनमोल शिक्षक सम्मान तथा 40 शिक्षकों को उत्कृष्ठ शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही तीन आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को ग्राम रत्न पुरष्कार तथा 8 शिक्षकों को मेरा विद्यालय मेरा गौरव पुरष्कार से सम्मानित किया। शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता शिक्षा महानिदेशक वंशीधर तिवारी ने मिशन शिक्षण संवाद द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में चलाये जा रहे नवाचार कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए सभी शिक्षकों को परिश्रम, लगन एवं सतत प्रयास से हर परिस्थितियों में बेहतर कार्य करना होगा।
उन्होंने कोविड काल में मिशन शिक्षण संवाद द्वारा ऑनलाइन शिक्षण में किए गये नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जो ज्ञान की ज्योति उस काल में जलाई उसी का प्रतिफल है कि कोविड का बुरा प्रभाव प्राथमिक शिक्षा को उतना नुकसान नहीं पहुंचा पाया।
मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवन्त सिंह चैधरी ने कहा कि शिक्षा की बेहतरी के लिए प्रतिबद्धता से अपनी योग्यता को बढ़ाते रहें जिससे छात्रों को अधिकतम लाभ मिल सके। जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा नागेन्द्र बर्तवाल ने कहा कि समर कैम्प में प्रतिभा दिखाने वाले छात्र-छात्राओं को लगातार उनकी योग्यतानुसार प्रेरित किया जाना आवश्यक है।
संवाद के जिला संयोजक कमल सिंह बिष्ट ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार जताया, जबकि तकनीकी प्रमुख एवं कुमाऊ मंडल संयोजक संतोष जोशी ने मिशन शिक्षण संवाद द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों पर विस्तार चर्चा की। बताया कि आज संवाद की तीन हजार से अधिक शिक्षकों की टीम लगातार नये नये ऐप में विषयवार नये तरीके से इस्तेमाल करते हुए छात्रों को सिखाने के लिए कार्यक्रम बना रहे हैं, जिससे छात्रों को लाभ मिल रहा है।
संवाद के गढ़वाल मण्डल संयोजक माधव सिंह नेगी ने मुख्य अतिथि के सममान में अभिनन्दन पत्र पढ़ा तथा उन्हें सौंपा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डायट रतूड़ा के प्राचार्य विनोद सेमल्टी ने की तथा संचालन मिशन शिक्षण संवाद के गढ़वाल मण्डल संयोजक माधव सिंह नेगी तथा हेमन्त चैकियाल ने किया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
राइंका कंडारा की छात्राओं ने पहाड़ी वेशभूषा से सुसज्जित होकर स्वागत गीत एवं वन्दना की सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मिशन शिक्षण संवाद के संस्थापक विमल कुमार के स्वास्थ्य कारणों के कारण अनुपस्थित रहने पर उनके ओडियो संदेश को सुनाया गया। जिसमें उन्होंने कहा कि व्यक्ति, समाज और राष्ट्र का सम्मान शिक्षक पर निर्भर होता है।
कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता हासिल करने वाले रूदप्रयाग जनपद के पांच छात्रा-छात्राओं अंजलि, स्नेहा, अंशिका, आंचल एवं रोहित भट्ट को बाल रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। वहीं हेमन्त चैकियाल, सरोज डिमरी, किरन नैथानी, उर्मिला पंवार आनन्द प्रभा नेगी, रजनी देवी सहित उत्तराखण्ड के विभिन्न विद्यालयों के 19 शिक्षकों को अनमोल शिक्षक सम्मान तथा 40 शिक्षकों को उत्कृष्ठ शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री बीना कपरवाण, दीना देवी तथा संगीता राणा का ग्राम रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। मेरा विद्यालय मेरा गौरव के तहत उत्तराखण्ड के आठ विद्यालयों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्राशिसं के जिलाध्यक्ष विक्रम झिंक्वाण, महामंत्री दिनेश भट्ट, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मगनानन्द भट्ट, मिशन शिक्षण संवाद के योग प्रमुख जगदीश वर्धन, गजेन्द्र रौतेला, रीता सेमवाल, डॉ गुरूप्रसाद सती, मानविन्दर बर्त्वाल, कुसुम भट्ट सहित कई शिक्षक, शिक्षिकाऐं तथा बीएड संकाय के प्रशिक्षु शिक्षक मौजूद थे।
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