यात्रीगण कृपया ध्यान दे- इस लोकेशन से टिकट बुकिंग पर होगी कार्रवाई, जानें क्या है नियम..
उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। केदारनाथ हेली सेवाओं को लेकर इस बार भी मारामारी का आलम है। इस बीच उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (युकाडा) ने टिकट बुकिंग पर सख्ती बढ़ा दी है। टिकट बुकिंग में एजेंटों की मिलीभगत के आरोपों के बीच युकाडा ने स्पष्ट किया कि एक लोकेशन से अधिक टिकट बुकिंग तत्काल पकड़ में आ जाएगी।
आपको बता दे कि केदारनाथ हेली सेवाओं के लिए टिकट बुकिंग की तेजी से तीर्थयात्री परेशान हैं। उनका आरोप है कि आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकट बुकिंग को एजेंट प्रभावित कर रहे हैं। इस वजह से उन्हें टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। इस पर युकाडा के सीईओ सी रविशंकर का कहना हैं कि पहले बल्क बुकिंग जैसे हालात होते थे, लेकिन पिछले साल से इसमें सख्ती शुरू की गई। पहले एक ई-मेल पर छह टिकट बुक हो सकते थे। कुछ लोगों ने मल्टीपल ई-मेल आईडी बना ली, जिससे ज्यादा टिकट बुकिंग का खतरा पैदा हो गया था।
इसके बाद इस साल से ये स्पष्ट कर दिया गया है कि एक कंप्यूटर के आईपी एड्रेस पर पूरे यात्रा सीजन में पांच टिकट ही बुक हो सकते हैं। उनका कहना हैं कि आईपी एड्रेस में भी कुछ लोग हेरफेर कर सकते हैं। जिसके चलते अब बदलाव भी कर दिया गया है कि टिकट बुकिंग के साथ लोकेशन का भी पता चलेगा। अगर एक ही लोकेशन से ज्यादा टिकट बुक होंगे तो उसे तत्काल ट्रेस किया जा सकेगा। रविशंकर का कहना हैं कि अभी इस दिशा में और काम किया जा रहा है। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि जितनी सख्ती की गई है, उससे ये तो साफ है कि आसानी से कोई बल्क बुकिंग नहीं कर पाएगा।
आम आदमी को भी मिले हैं टिकट
युकाडा सीईओ सी रविशंकर का कहना है कि हेली सेवाओं की टिकट बुकिंग में लगने वाले आरोप निराधार हैं। वह लगातार टिकट बुकिंग का फीडबैक ले रहे हैं। आम श्रद्धालुओं को भी हेली सेवाओं के टिकट मिले हैं। बता दे कि 10 मई से 20 जून और सितंबर माह की हेली सेवाओं के टिकट पूरे बुक हो चुके हैं। अक्तूबर माह के करीब 1800 टिकट बचे हुए हैं, जिनकी बुकिंग खुली हुई है। इसके साथ ही 21 जून से 15 सितंबर तक मानसून सीजन की हेली सेवाओं की बुकिंग अभी खुलनी बाकी है।
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