September 19, 2024

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नहीं थम रहा डेंगू का कहर, ऐसे करें बचाव..

नहीं थम रहा डेंगू का कहर, ऐसे करें बचाव..

उत्तराखंड: प्रदेश में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू की चपेट में वैसे तो किसी भी उम्र का व्यक्ति आ सकता है।लेकिन बच्चों में इस बीमारी का असर तेजी से होता है। अक्सर बच्चे बाहर खेलते रहते हैं। ऐसे में बच्चे आसानी से डेंगू की चपेट में आ सकते हैं। जिस वजह से हमें बच्चों का खास ख्याल रखने की जरुरत है।

बता दें दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में पिछले कुछ समय से रोजाना 10 से 12 बच्चे डेंगू के लक्षणों के साथ भर्ती किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि अस्पताल के बाल रोग विभाग में आठ आइसीयू बेड और 15 आक्सीजन बेड का वार्ड स्थापित किया गया है।

वर्तमान में बाल रोग विभाग में डेंगू से पीड़ित 15 बच्चे भर्ती हैं। सयाना के अनुसार बच्चों में डेंगू के लक्षण बड़ों की तुलना में हल्के होते हैं। लेकिन वायरल फ्लू की तरह ही डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं।

बच्चों में डेंगू के लक्षण
फ्लू जैसे लक्षण
व्यवहार में परिवर्तन
जी मिचलाना, उल्टी आदि जैसे लक्षण
प्लेटलेट काउंट के कम होने की वजह से बच्चों के मसूड़ों और नाक से रक्तस्राव हो सकता है।
डेंगू से पीड़ित होने पर बच्चों को गंभीर जोड़ों का दर्द, पीठ और सिर दर्द आदि का अनुभव कर सकते हैं।
बच्चों की त्वचा पर चकत्ते या लाल दाने निकल सकते हैं। यह खसरे की तरह पैच में दिखाई देते हैं। इसके अलावा लगातार खुजली होना भी डेंगू का एक लक्षण
ऐसे करे डेंगू से बच्चों का बचाव
बारिश के मौसम में बच्चों को अनावश्यक बाहर न निकलने दें।
स्कूल या बाहर भेजने से पहले मोस्किटो रेपेलेंट जरुर लगा दें।
बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं।
पानी भरी हुई जगह और घास आदि से बच्चों को दूर रहने के लिए कहें।
अपने घरों की साफ सफाई रखें।
मच्छर मारने वाली दवा का इस्तेमाल करें।
शाम को खिड़की दरवाजे बंद ही रखें।
घर में पानी जमा करके न रखें।