केदारनाथ रोपवे निर्माण मेरी एक वर्ष की सबसे बड़ी उपलब्धि..
एक साल में विधायक निधि से 3 करोड़ 70 लाख कार्यदायी संस्थाओं को किए अवमुक्त..
विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत ने गिनाई अपनी एक साल की प्राथमिकताएं..
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत ने एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर अपनी उपलब्धि को गिनाया है। उन्होंने कहा कि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि केदारनाथ रोपवे, कुंड से गुप्तकाशी हाईवे के सुधारीकरण के लिये एक अरब रूपये की स्वीकृति के अलावा गौरीकुंड से जाल-चैमासी तक टनल निर्माण एवं वनवे निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति है।
साथ ही वह केदारनाथ धाम की यात्रा में यात्रा पड़ावों के अलावा पैदल मार्ग पर स्थानीय लोगों को ही रोजगार देने के लिये प्रयासरत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की विधायक निधि 3.75 करोड़ में से 3.70 करोड़ रूपये कार्यदायी संस्थाओं को अवमुक्त किये जा चुके हैं।
केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि कोविड काल के बाद उनका कार्यकाल चुनौतियों से भरा रहा है। सबसे बड़ी चुनौती कोविड के बाद केदारनाथ यात्रा का दोबारा से संचालन कराना था। शासन-प्रशासन के सहयोग से 2022 की केदारनाथ यात्रा ने सारे रिकार्ड तोड़े और उम्मीद से अधिक रिकार्ड संख्या में भक्त केदारनाथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा के हरेक गांव को सड़क से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।
खासकर सीमांत गांव तोंषी, चिलौण्ड, गौण्डार आदि गांवों के लिये मोटरमार्ग निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है। विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि पिछले पांच सालों में गांवों को सड़क से जोड़ने के लिये कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। उनके कार्यभार ग्रहण करने के बाद क्षेत्र की तीस सड़के शासन व खण्ड स्तर पर प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा काफी दुर्गम है।
यात्रा को सुगम व सरल बनाने के लिये धाम तक अब रोपवे का निर्माण हो रहा है। रोपवे निर्माण के लिये स्वीकृति उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 16-17 जून 2013 की आपदा में कुंड से गुप्तकाशी तक हाईवे की बदहाल स्थिति हो गई थी। प्रत्येक वर्ष यहां यात्रा सीजन में जाम लगता है। उन्होंने कुंड से गुप्तकाशी तक हाईवे के सुधारीकरण के लिये एक अरब रूपये स्वीकृत कराये हैं और इस पर कार्य भी शुरू हो गया है।
श्रीमती रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों को ही रोजगार मिले, इसके लिये वह लगातार प्रयासरत हैं। जब हमारे लोग कार्य करने में सक्षम हैं तो किसी बाहरी को यहां रोजगार करने के लिये नहीं आना चाहिये। उन्होंने कहा कि अगले एक साल के लिये भी उन्होंने अपने पांच लक्ष्य निर्धारित किये हैं। सबसे बड़ा लक्ष्य केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थानीय लोगों को रोजगार, केदारनाथ विधानसभा के अंतर्गत बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति, क्षेत्र के महिला मंगल दल एवं महिला समूहों को सशक्त बनाना और रोजगार उपलब्ध कराने के अलावा सड़क मार्ग से वंचित गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ना है।
उन्होंने कहा कि वह केदारनाथ विधानसभा के चहुंमुखी विकास के लिये निरंतर प्रयासरत हैं। जो कार्य पिछले पांच सालों में नहीं हो पाये थे, वह उन्होंने एक ही साल में करके दिखाये हैं। केदारघाटी आपदा प्रभावित है। समय-समय पर यहां आपदाएं आती रहती हैं और लोग प्रभावित होते रहते हैं। ऐसे में उनका प्रयास है कि यहां के लोगों को मजबूत किया जाय।
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