डीएम की अध्यक्षता में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक..
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगे 30 पीआरडी के जवान..
घोड़े-खच्चरों के लिए 13 स्थानों पर गर्म पानी की होगी व्यवस्था..
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी तरह से पशु क्रूरता न होने को लेकर जिला प्रशासन लागातार प्रयासरत है। आगामी यात्रा के संचालन में पशु क्रूरता की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला कार्यालय कक्ष में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक आयोजित की, जिसमें पीपल फॉर एनिमल संस्था की सदस्य गौरी मौलेखी भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़ी रही।
बैठक में गौरी मौलेखी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों की संख्या सीमित की जाए तथा किसी भी घोड़े-खच्चर के साथ किसी भी प्रकार की क्रूरता ना हो, इसकी निगरानी के लिए उचित व्यवस्था बनाई जाए। उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पर्याप्त डॉक्टरों की तैनाती की जाए और किसी व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार की क्रूरता पशुओं पर की जाती है तो उस पर नियमानुसार कार्यवायी की जाए। पशुओं के रहने, खाने एवं पीने के पानी के लिए उचित व्यवस्था बनाने को भी कहा। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी प्रकार से कोई क्रूरता न हो एवं अन्य सभी व्यवस्थाओं के लिए विशेष एसओपी तैयार की है, जिसे अनुमोदन के लिए शासन को प्रेषित किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों एवं उनके संचालकों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए 30 पीआरडी के जवानों की तैनाती की जा रही है, जिन्हें उचित प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अलावा पशुओं की स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अनुभवी डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। घोड़े-खच्चरों को गुणवत्तापूर्ण फीड उपलब्ध करवाए जाने के लिए सभी घोड़े-खच्चर मालिकों के साथ एक कार्यशाला भी आयोजित की जानी प्रस्तावित है।
इसके साथ ही महिला समूहों के माध्यम से हरा चारा उपलब्ध करवाने की योजना भी बनाई जा रही है। यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के लिए 13 स्थानों पर गर्म पानी की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत ने बताया कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के बीमा एवं स्वास्थ्य परीक्षण करवाए जाने के लिए मार्ग में 15 मार्च से कार्यशाला आयोजित किया जाना प्रस्तावित किया गया है। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, डॉ अमित सिंह, जिला पंचायत कर अधिकारी गोविंद प्रसाद तिवारी, सुलभ इंटरनेशनल संस्था के इंचार्ज धनंजय पाठक आदि मौजूद रहे।
More Stories
खास है चमोली का मशरूम मॉडल विलेज, प्रशिक्षण के लिए कई जिलों से पहुंचे किसान..
अल्मोड़ा पहुंची मंत्री आर्य,अव्यवस्थाओं को लेकर उठ रहे सवालों पर दी सफाई..
रेल बजट से उत्तराखंड को मिलेंगे 4,641 करोड़, 49 किमी रेलवे ट्रैक पर मिलेगा कवच..