October 23, 2025

केदारनाथ धाम में मुख्य सचिव ने किए बाबा केदार के दर्शन, विकास परियोजनाओं का लिया जायजा..

केदारनाथ धाम में मुख्य सचिव ने किए बाबा केदार के दर्शन, विकास परियोजनाओं का लिया जायजा..

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सोमवार को पवित्र केदारनाथ धाम पहुंचकर भगवान बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही उन्होंने धाम परिसर में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के विभिन्न फेज़ की प्रगति, गुणवत्ता और कार्य निष्पादन की गहन समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारी प्रतीक जैन से केदारनाथ क्षेत्र में चल रहे सभी कार्यों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता, सौंदर्य और धार्मिक आस्था के संतुलन पर विशेष बल दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि केदारनाथ केवल एक धाम नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, इसलिए यहां किए जा रहे सभी कार्य इस भावनात्मक जुड़ाव के अनुरूप हों। बता दे कि मंगलवार 23 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इस मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक इंतज़ाम किए हैं।

सीएस बर्द्धन उन्होंने निर्देश दिए कि कपाट बंद होने के बाद भी धाम क्षेत्र में सुरक्षा, सामग्री संरक्षण और बर्फबारी की स्थिति में कार्यों के रखरखाव के लिए पूरी तैयारी सुनिश्चित की जाए। निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विकास परियोजनाएं धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से संतुलित हों। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि केदारनाथ धाम को न केवल भव्य रूप में विकसित किया जाए, बल्कि उसकी प्राकृतिक सुंदरता और पौराणिक गरिमा भी अक्षुण्ण रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। धाम परिसर में मंदिर प्रांगण विस्तार, आदिगुरु शंकराचार्य समाधि, संग्राहलय, घाट और आपदा सुरक्षा कार्य जैसी कई परियोजनाएँ अंतिम चरण में हैं। केदारनाथ धाम की वादियों में जब एक ओर शीतकालीन कपाट बंद होने की तैयारियां चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर भक्ति और श्रद्धा की लहर के साथ-साथ भव्य और दिव्य केदारपुरी के स्वरूप को साकार करने की दिशा में राज्य सरकार के प्रयास निरंतर जारी हैं।

मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने केदारनाथ धाम में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि अगले यात्रा सत्र 2026 की तैयारियां अभी से प्रारंभ की जानी चाहिए, ताकि आने वाले सीजन में श्रद्धालुओं को और भी बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें। मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि यात्रा से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं की पूर्व योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग को अपने कार्यक्षेत्र के अनुसार स्पष्ट रोडमैप बनाना होगा, जिससे यात्रा अवधि में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक पहचान का प्रतीक है। इसलिए सभी विभागों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि श्रद्धालुओं को हर स्तर पर सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सहज यात्रा अनुभव मिले। मुख्य सचिव ने विशेष रूप से बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, संचार, परिवहन, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के बीच आपसी समन्वय को और मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाने, चिकित्सा सेवाओं को आधुनिक उपकरणों से लैस करने और संचार नेटवर्क को सुदृढ़ बनाने पर अभी से कार्य शुरू किया जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग को पर्वतीय क्षेत्रों में संभावित प्राकृतिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अग्रिम कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके। इस अवसर पर रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि केदारनाथ यात्रा से जुड़े सभी विभाग आपसी सहयोग और समन्वय से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यात्रा के दौरान रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, और प्रशासनिक टीम ने पूरी निष्ठा से कार्य करते हुए यात्रा को सफल बनाया। मुख्य सचिव ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार का लक्ष्य है कि हर वर्ष यात्रा व्यवस्था को और उन्नत किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों, आवास स्थलों, आपदा राहत केंद्रों और यात्री सुविधाओं की समीक्षा सर्दियों में ही पूरी कर ली जाए, ताकि अप्रैल 2026 में यात्रा आरंभ होने से पहले सभी व्यवस्थाएँ सुचारू रूप से लागू की जा सकें। उन्होंने कहा कि अगले सीजन में हम चाहते हैं कि हर तीर्थयात्री उत्तराखंड की यात्रा से न केवल आध्यात्मिक संतोष लेकर लौटे, बल्कि उसे यह अनुभव हो कि देवभूमि में हर सुविधा श्रद्धालुओं की सेवा भावना से प्रेरित है। मुख्य सचिव ने धाम क्षेत्र में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम आज पूरे देश में पुनर्निर्माण और पुनरुत्थान का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार , प्रशासन का लक्ष्य केवल भौतिक निर्माण नहीं, बल्कि आस्था और सुविधा का संतुलित संगम सुनिश्चित करना है, ताकि श्रद्धालुओं को एक पवित्र, सुरक्षित और दिव्य अनुभव प्राप्त हो सके।