September 6, 2025

दिव्य और भव्य कुंभ 2027 के लिए सीएम धामी सख्त, अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने के निर्देश..

दिव्य और भव्य कुंभ 2027 के लिए सीएम धामी सख्त, अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने के निर्देश..

 

 

उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक कर वर्ष 2027 में आयोजित होने वाले हरिद्वार कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कुंभ से संबंधित सभी स्थायी निर्माण कार्य अक्टूबर 2026 तक हर हाल में पूरे किए जाएं। सीएम ने कहा कि कुंभ मेला दिव्य और भव्य स्वरूप में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए विस्तारित क्षेत्र और मास्टर प्लान को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएं। मास्टर प्लान में प्रत्येक सेक्टर, मार्ग, पार्किंग स्थल, घाट और कैंप साइटों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने अधिकारियों को भीड़ का दबाव कम करने के लिए नए घाटों के निर्माण, कांगड़ा घाट के विस्तार और मौजूदा घाटों की मरम्मत करने के निर्देश दिए। साथ ही मेला क्षेत्र में सरकारी भूमि और सड़कों के किनारे से अतिक्रमण को सख्ती से हटाने पर भी जोर दिया। सीएम धामी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुगम यातायात, स्वच्छता और मूलभूत सुविधाएँ कुंभ मेले की प्राथमिकता होंगी। सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि 2027 का कुंभ मेला उत्तराखंड की सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक धरोहर का अद्वितीय प्रदर्शन बन सके। बता दे कि हरिद्वार कुंभ मेला हर 12 वर्ष में आयोजित होता है और इसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु व संत महात्मा सम्मिलित होते हैं। आगामी कुंभ मेले को लेकर सरकार ने अभी से तैयारियाँ तेज कर दी हैं।

सीएम ने अधिकारियों को गंगा कॉरिडोर से जुड़े निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने कहा कि निर्माणाधीन बहादराबाद-श्यामपुर बाईपास को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि यातायात व्यवस्था सुगम हो सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्यामपुर, गैंडीखाता और चंडीघाट क्षेत्र में विशेष टेंट लगाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाए। चूँकि पार्किंग स्थल दूर होंगे, इसलिए श्रद्धालुओं को घाटों तक पहुँचाने के लिए शटल सेवा की प्रभावी व्यवस्था की जाए। इसके अलावा मनसा देवी और चंडी देवी पैदल मार्ग का सुदृढ़ीकरण कार्य भी प्राथमिकता पर पूरा करने के निर्देश दिए गए। कुंभ जैसे महाआयोजन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधाएँ और सुगम आवाजाही सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें ताकि हरिद्वार कुंभ 2027 उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का भव्य प्रतीक बन सके। हरिद्वार कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन माना जाता है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से भाग लेने आते हैं। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने तैयारियों को युद्धस्तर पर तेज़ कर दिया है।

सीएम धामी ने अधिकारियों को साफ-सफाई, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। मेला क्षेत्र में ठोस कूड़ा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था की जाए। इसके लिए कूड़ेदान, कचरा रिसाइक्लिंग यूनिट और मोबाइल टॉयलेट पर्याप्त संख्या में लगाए जाएं। महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पिंक टॉयलेट और चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे। साथ ही घाटों और गंगा तटों पर 24 घंटे सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीएम ने प्रत्येक घाट पर लाइफगार्ड, सुरक्षा रस्सी और मोटरबोट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए अस्थायी अस्पताल, एंबुलेंस और मोबाइल चिकित्सा दल की व्यवस्था की जाएगी। कुंभ मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का प्रतीक है। इसे भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है और सभी विभाग सामूहिक रूप से काम कर रहे हैं।