August 3, 2025

गंगा संरक्षण पर मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, समयबद्ध कार्य पूर्ण करने पर जोर..

गंगा संरक्षण पर मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, समयबद्ध कार्य पूर्ण करने पर जोर..

 

 

उत्तराखंड: सचिवालय में शुक्रवार को मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में राज्य गंगा समिति की 18वीं बैठक आयोजित हुई। बैठक में गंगा नदी के संरक्षण एवं कायाकल्प को लेकर चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गंगा से संबंधित सभी योजनाएं तय समयसीमा में पूरी की जाएं। उन्होंने लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को गंभीरता से लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थाएं इन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करें। मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिए कि राज्य के सभी जिलों में जिला गंगा समिति की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं, जिससे जमीनी स्तर पर भी कार्यों की निगरानी और क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।

मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने गंगा संरक्षण से जुड़े विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने जल निगम द्वारा तैयार किए जा रहे सीवेज मैनेजमेंट प्लांट्स के निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने को कहा। उन्होंने कहा कि नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की स्थापना से पूर्व समिति की संस्तुति अनिवार्य रूप से ली जाए। उन्होंने कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड-तिलवाड़ा मार्ग पर एसटीपी निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जताई और संबंधित जिलाधिकारियों को भूमि हस्तांतरण समेत सभी लंबित कार्यों को एक माह के भीतर निस्तारित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने राज्यभर में सीवेज प्रबंधन की स्थिति का अंतर विश्लेषण (Gap Analysis) करवाने और गंगा की सहायक नदियों की फ्लड प्लेन जोनिंग तथा हाइड्रोलॉजिकल सर्वे कार्यों में तेजी लाने पर भी बल दिया।

मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में आयोजित राज्य गंगा समिति की 18वीं बैठक में गंगा संरक्षण एवं स्वच्छता कार्यों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य सचिव ने मॉनिटरिंग सिस्टम को ऑनलाइन किए जाने के निर्देश दिए ताकि योजनाओं की निगरानी अधिक प्रभावी ढंग से हो सके। उन्होंने कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स से निकलने वाले बायप्रोडक्ट (Sludge) के निस्तारण हेतु स्लज मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जाना अनिवार्य है। साथ ही उन्होंने राज्यभर में लेगेसी वेस्ट की शेष 37 साइटों को शीघ्र साफ किए जाने हेतु स्पष्ट कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर कार्यों को गति देने और निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने गंगा से जुड़ी परियोजनाओं में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने पर बल दिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगौली, नितेश कुमार झा, सीसीएफ़ पराग मधुकर धकाते, यूपीसीबी के सदस्य सचिव एस. पी. सुबुद्धि, एमडीडीए उपाध्यक्ष एवं डीजी सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।