July 21, 2025

हेली सेवाओं की सुरक्षा पर सख्त सीएम धामी, ऑपरेटर्स को चेतावनी, किसी भी स्तर पर नहीं होगा समझौता..

हेली सेवाओं की सुरक्षा पर सख्त सीएम धामी, ऑपरेटर्स को चेतावनी, किसी भी स्तर पर नहीं होगा समझौता..

 

 

उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में संचालित हेली सेवाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुरक्षा मानकों से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे वह तीर्थ यात्रियों की सेवा हो या अन्य नागरिक उड़ानें। सीएम ने कहा कि विशेषकर चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं की मांग बढ़ जाती है और इस समय सुरक्षा, पारदर्शिता और सेवा गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने ऑपरेटरों को निर्देश दिए कि हर उड़ान से पहले अनिवार्य सुरक्षा जांच सुनिश्चित की जाए, पायलटों की योग्यता, अनुभव और ट्रैक रिकॉर्ड की पुनः समीक्षा की जाए, वातावरणीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उड़ानों की अनुमति दी जाए, हेलीपैड और टेक-ऑफ/लैंडिंग जोन में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाए सीएम धामी ने यह भी कहा कि यदि किसी सेवा प्रदाता की ओर से लापरवाही या अनियमितता सामने आती है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सीएम धामी ने मुख्यमंत्री आवास में यूकाडा, एएआईबी और डीजीसीए सहित सभी संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि बीते सालों में हुई हैली दुर्घटनाओं की गंभीरता से समीक्षा और ऑडिट जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने सभी ऑपरेटर्स को हेलीकॉप्टर की नियमित फिटनेस जांच सुनिश्चित करने और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले हेलीकॉप्टर्स के इंजन मानकों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हेली सेवाओं की समीक्षा बैठक में चारधाम यात्रा मार्गों की सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कई अहम निर्णय लिए। उन्होंने केदारघाटी समेत सभी चारधाम वैली में अत्याधुनिक वेदर कैमरे लगाने के निर्देश दिए ताकि मौसम की अनिश्चितता को तुरंत मॉनिटर किया जा सके और हेली सेवाओं का संचालन सुरक्षित रूप से हो सके। सीएम ने यूकाडा (UCADA) को निर्देशित किया कि भविष्य में केवल डबल इंजन वाले हेलीकॉप्टरों को प्राथमिकता देने वाली नीति तैयार की जाए, जिससे दुर्गम क्षेत्रों में उड़ानों की सुरक्षा, स्थिरता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। सीएम धामी ने यह भी कहा कि वैष्णो देवी की तरह उत्तराखंड में भी हेलीकॉप्टर सेवाओं के लिए एक प्रभावी और जवाबदेह प्रणाली विकसित की जाए। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को वहां की प्रणाली का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

यात्रियों के साथ किया पालयट करें संवेदनशील व्यवहार- CM

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में संचालित हेली सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और संवेदनशीलता को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि केवल अत्यधिक अनुभवी पायलटों को ही हेली सेवा संचालन की अनुमति दी जाए, विशेषकर चारधाम यात्रा जैसे संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण रूटों पर। सीएम ने सभी हेली सेवा ऑपरेटर्स को यात्रियों के साथ व्यवहार में संवेदनशीलता बरतने की कड़ी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु और पर्यटक देवभूमि से केवल दर्शन नहीं, बल्कि एक सुखद और सुरक्षित अनुभव लेकर लौटें यही सरकार की प्राथमिकता है। सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों की संख्या बढ़ाने की प्रतिस्पर्धा में सुरक्षा मानकों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हेली ऑपरेटरों के सेवा रिकॉर्ड, पायलट अनुभव और यात्रियों की शिकायतों की नियमित समीक्षा की जाए।