
प्रवेश उत्सव बना प्रदेश में शिक्षा का उत्सव, बच्चों का हुआ भव्य स्वागत..
सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी किया गया सम्मानित..
उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों में चल रहे प्रवेश उत्सव के तहत बच्चों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। तिलक और फूल मालाओं से बच्चों का अभिनंदन कर स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया को उत्सव का रूप दिया गया। शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने जानकारी दी कि 1 से 21 अप्रैल 2025 के बीच कुल 80,771 छात्र-छात्राओं ने सरकारी स्कूलों में नया दाखिला लिया है। शिक्षा विभाग की इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक बच्चों को सरकारी स्कूलों की ओर आकर्षित करना है। विभाग की कोशिश है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रेरित करने वाले माहौल में उनका स्वागत किया जाए। स्कूलों में यह उत्सव न सिर्फ बच्चों बल्कि अभिभावकों के लिए भी एक सकारात्मक अनुभव रहा।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में चल रहे प्रवेश उत्सव के तहत शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राजकीय इंटर कॉलेज रानीपोखरी (देहरादून) और जीआईसी सबदरखाल (पौड़ी) में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने नवप्रवेशित बच्चों का स्वागत किया और उन्हें नई पाठ्य पुस्तकें भेंट कीं। शिक्षा मंत्री का कहना हैं कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है। बच्चों के स्वागत से लेकर उनकी शिक्षा गुणवत्ता में सुधार तक हर स्तर पर सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रवेश उत्सव का उद्देश्य न केवल बच्चों का उत्साहवर्धन करना है, बल्कि सरकारी शिक्षा व्यवस्था पर लोगों का विश्वास भी मजबूत करना है।
शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने नरेंद्रनगर में, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल सती ने जीजीआईसी कारगी चौक में, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक अजय नौडियाल ने जीआईसी कोटाबाग और अपर निदेशक पदमेंद्र सकलानी ने रुद्रप्रयाग जिले के विद्यालयों में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर जहां बच्चों को नई पाठ्य पुस्तकें वितरित की गईं, वहीं सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी सम्मानित कर उनकी सेवाओं के प्रति आभार प्रकट किया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह उत्सव केवल प्रवेश का नहीं, बल्कि शिक्षा के प्रति समाज को जागरूक करने का प्रयास है।
इन जिलों में इतने बच्चों का हुआ नामांकन..
शिक्षा विभाग के अनुसार छात्र-छात्राओं का नामांकन प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर हुआ है। जिसमें अल्मोड़ा जिले में 6476, पिथौरागढ़ में 5582, बागेश्वर में 3386, ऊधमसिंह नगर में 3426, नैनीताल में 6265, चंपावत में 3688, चमोली में 5330, उत्तरकाशी जिले में 5122, रुद्रप्रयाग में 4527, पौड़ी में 6820, देहरादून में 13613, हरिद्वार में 9288 एवं टिहरी गढ़वाल में 7248 छात्र-छात्राओं का राजकीय विद्यालयों में नामांकन किया गया।
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