June 27, 2025

चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी पहले से बेहतर..

चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी पहले से बेहतर..

20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट और 50 स्क्रीनिंग पॉइंट्स होंगे स्थापित..

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा को सुचारू, सुरक्षित और व्यवस्थित रूप देने के लिए राज्य सरकार ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड शासन के सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य, सिंचाई एवं चारधाम यात्रा के लिए बद्रीनाथ के नोडल अधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार ने मंगलवार को चमोली जनपद का व्यापक निरीक्षण दौरा किया। निरीक्षण के दौरान डॉ. कुमार ने यात्रा मार्ग, स्वास्थ्य सेवाएं, पेयजल आपूर्ति, साफ-सफाई, आपदा प्रबंधन व्यवस्था तथा अन्य बुनियादी सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए जमीनी स्तर पर व्यवस्थाएं सुदृढ़ और प्रभावी बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान और आर्थिकी का भी अहम हिस्सा है, जिसे जिम्मेदारी और समर्पण के साथ संचालित करना सभी की प्राथमिकता है।

डॉ. कुमार ने कमेड़ा से लेकर बद्रीनाथ तक के पूरे यात्रा मार्ग का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं, सड़कों की स्थिति, पार्किंग स्थलों, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों तथा यात्रियों के पंजीकरण व स्क्रीनिंग केंद्रों की तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण की शुरुआत उन्होंने गौचर स्थित रजिस्ट्रेशन सेंटर से की जहां उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC), मेला मैदान और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इसके बाद वह कर्णप्रयाग स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और वहां की सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। डॉ. कुमार ने सभी अस्पतालों में यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का स्टॉक उपलब्ध हो। साथ ही डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित की जाए। साफ-सफाई की स्थिति मानक अनुरूप बनी रहे। डॉ. कुमार ने सभी संबंधित विभागों से अपील की कि वे आपसी समन्वय और सतर्कता के साथ काम करें ताकि चारधाम यात्रा को इस वर्ष एक सुरक्षित, व्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए संतोषजनक अनुभव बनाया जा सके।

दवा और मेडिकल स्टाफ हर समय स्वास्थ्य केंद्रों में हो तैनात..
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां, उपकरण और मेडिकल स्टाफ हर समय तैनात रहें। उन्होंने जानकारी दी कि जल्द ही चमोली में डायलिसिस मशीनें उपलब्ध करा दी जाएंगी जिससे मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि यदि किसी उपकरण या सुविधा की आवश्यकता हो तो संबंधित विभाग शासन को समय पर प्रस्ताव भेजे, ताकि संसाधन समय रहते उपलब्ध कराए जा सकें।

13 भाषाओं में जारी होगी हेल्थ एडवाइजरी..

डॉ. कुमार का कहना हैं कि इस वर्ष यात्रियों की बेहतर स्क्रीनिंग और प्राथमिक उपचार के लिए कुल 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (MRP) और 50 स्क्रीनिंग पॉइंट्स की स्थापना की जाएगी। वर्तमान में जिले में 3 MRP और 5 स्क्रीनिंग पॉइंट्स पहले से कार्यरत हैं, लेकिन बढ़ती संख्या और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को देखते हुए 5 नए MRPs और कई अतिरिक्त स्क्रीनिंग केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन सभी केंद्रों का उद्देश्य यात्रियों को यात्रा से पहले और दौरान स्वास्थ्य परीक्षण, प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन सहयोग उपलब्ध कराना होगा। स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी MRP और स्क्रीनिंग पॉइंट्स के माध्यम से 13 विभिन्न भाषाओं में तैयार की गई हेल्थ एडवाइजरी श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से दी जाए। इससे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य जोखिम,कोविड-19 जैसी संभावित बीमारियों, खानपान और आवश्यक सावधानियों की जानकारी देगी।

चिकित्सा तैयारियों को प्राथमिकता
निरीक्षण के दौरान सचिव ने सभी अस्पतालों में दवाओं का पर्याप्त स्टॉक, डॉक्टरों और स्टाफ की उपलब्धता, स्वच्छता व्यवस्था, और एम्बुलेंस तैनाती जैसे बिंदुओं पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक मानवीय जिम्मेदारी भी है, जिसमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।

भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से चल रहा कार्य..
निरीक्षण के दौरान सचिव ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत कमेड़ा भूस्खलन क्षेत्र में डामरीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया। साथ ही कार्यदायी संस्था को 20 दिनों के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। नंदप्रयाग के पार्थाडीप क्षेत्र में चारधाम यात्रा से पहले अस्थायी ट्रीटमेंट कार्य और मलबा निस्तारण का कार्य युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है, जिसे 15 दिन के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। एनएच-07 के पागल नाला क्षेत्र में सचिव ने भूस्खलन जोन की विस्तृत जानकारी लेते हुए कार्यदायी संस्था को स्थायी समाधान के लिए रणनीति तैयार कर प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए। वहीं जोगीधारा में बीआरओ को सड़क के बेस को मजबूती प्रदान करने और सुधार कार्य जल्द पूरा करने के आदेश दिए।