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नेशनल गेम्स के लिए वॉलीबॉल और हैंडबॉल को हरी झंडी,ताइक्वांडो पर फंसा पेंच..
उत्तराखंड: प्रदेश में होने जा रहे राष्ट्रीय खेलों के लिए अब ताइक्वांडो को छोड़कर सभी खेलों की स्थिति स्पष्ट हो गई हैं। वहीं वॉलीबॉल और हैंडबॉल के सिलेक्शन के लिए ओपन ट्रायल शुरू हो गये हैं। खेल मंत्री रेखा आर्य ने खुद इसका निरीक्षण किया। उत्तराखंड में होने जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के सभी 36 खेलों के लिए अब स्थिति स्पष्ट हो गई है। लंबे समय से वॉलीबॉल, ताइक्वांडो गोल्फ हैंडबॉल के साथ-साथ दो डेमोंस्ट्रेशन गेम्स के शामिल होने के बाद 6 खेलों के डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन को लेकर के लगातार कन्फ्यूजन की स्थिति बनी हुई थी। अब केवल ताइक्वांडो को छोड़कर सभी खेलों में स्थिति स्पष्ट हो गई है।खासतौर से वॉलीबॉल और हैंडबॉल को लेकर के चला आ रहा कन्फ्यूजन भी अब खत्म हो चुका है। गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी ने वॉलीबॉल के लिए डीके सिंह को डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन नियुक्त किया है। हैंडबॉल के लिए ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश नेगी को नियुक्त किया है। इसके बाद अब इन दोनों खेलो को हरी झंडी मिल गई है।
वहीं रुद्रपुर में ट्रेनिंग कर रही प्रदेश की वॉलीबॉल टीम, हैंडबॉल टीम के सिलेक्शन के लिए चल रहे ओपन ट्रायल के निरीक्षण में खेल मंत्री रेखा आर्या पहुंचीं।उन्होंने हल्द्वानी में औचक दौरे पर रुद्रपुर मनोज सरकार स्टेडियम का दौरा किया। खेल मंत्री रेखा आर्या का कहना हैं कि हमारी टीमें राष्ट्रीय खेलों के महासमर में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। खेल मंत्री ने इसी स्टेडियम में चल रहे हैंडबॉल टीम सिलेक्शन के लिए ओपन ट्रायल का निरीक्षण भी किया। खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि हैंडबॉल टीम के सिलेक्शन के लिए विशेष रूप से उन विशेषज्ञ को बुलाया गया है जो पूर्व में राष्ट्रीय टीम का चयन कर चुके हैं। इसके साथ ही खेल मंत्री ने 46वीं वाहिनी पीएसी रुद्रपुर में चल रहे निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। यहां शॉटगन शूटिंग का इवेंट होना है।
उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल से पूर्व विशेष सत्र आयोजित..
उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल के आयोजन से पहले एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। जिसे उत्तराखंड के सहायक निदेशक खेल संदीप पोरी ने संचालित किया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सीओ पूर्णिमा गर्ग और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हंसा मनराल उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में राज्यभर से कई खेल प्रशिक्षक एवं क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी मौजूद रहे। सीओ पूर्णिमा गर्ग ने राष्ट्रीय खेल के आयोजन के लिए सभी को बधाई देते हुए खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि वह युवाओं को नशे और सोशल मीडिया जैसी बुरी लतों से भी दूर रखते हैं। उन्होंने प्रशिक्षकों से कुछ महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर साझा किए। उत्तराखंड पुलिस ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दी. जिससे खिलाड़ी और कोच किसी भी समस्या के समाधान के लिए आसानी से पुलिस को संपर्क कर सकें.
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