November 28, 2025

चारधाम यात्रा संपन्न, 2024 के मुकाबले 4.35 लाख अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन..

चारधाम यात्रा संपन्न, 2024 के मुकाबले 4.35 लाख अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन..

 

 

उत्तराखंड: बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए विधिवत बंद होने के साथ ही चारों धामों की यात्रा भी अगले छह महीनों के लिए समाप्त हो गई। इस बार यात्रा सीजन कई चुनौतियों के बावजूद ऐतिहासिक रहा और श्रद्धालुओं की संख्या ने नया रिकॉर्ड कायम किया। प्राकृतिक आपदाओं, बारिश और सड़क बाधाओं जैसी परेशानियों के बीच भी चारधाम यात्रा की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। बीते वर्ष जहाँ कुल 46 लाख 69 हजार 74 तीर्थयात्री चारधाम दर्शन के लिए उत्तराखंड पहुंचे थे, वहीं इस वर्ष यह आंकड़ा बढ़कर 51 लाख चार हजार 975 तक पहुंच गया। यानी पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 4.35 लाख अधिक श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए, जो चारधाम यात्रा के प्रति बढ़ते आकर्षण का प्रमाण है। चारधाम में इस वर्ष सबसे अधिक भीड़ केदारनाथ धाम में देखने को मिली, जहाँ 17 लाख 68 हजार 795 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। इसके बाद बद्रीनाथ में 16 लाख 60 हजार 224, गंगोत्री में 7 लाख 57 हजार 10 और यमुनोत्री में 6 लाख 44 हजार 505 भक्त पहुंचे।

सभी धामों में श्रद्धालुओं की निरंतर बढ़ती संख्या ने यात्रा को प्रदेश की सबसे सफल धार्मिक यात्राओं में शामिल कर दिया। इस वर्ष हेमकुंड साहिब ने भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। पहली बार यहाँ श्रद्धालुओं की संख्या 2 लाख 74 हजार 441 पहुंची। यह संख्या 2023 और 2024 की तुलना में सबसे अधिक है। वर्ष 2023 में 1,64,546 और वर्ष 2024 में 1,85,972 यात्रियों ने हेमकुंड साहिब के दर्शन किए थे। चारधाम और हेमकुंड साहिब में इस अभूतपूर्व भीड़ से यह साफ है कि उत्तराखंड की धार्मिक आस्था और तीर्थाटन का महत्व लगातार बढ़ रहा है। यात्रा के सफल संचालन के बाद अब प्रशासन अगले वर्ष के लिए और बेहतर सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं की तैयारी में जुट गया है, ताकि श्रद्धालुओं को और सुगम अनुभव प्रदान किया जा सके।

बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होते ही भगवान बद्री विशाल की पूजा अब शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर और नृसिंह भगवान मंदिर ज्योतिर्मठ में की जाएगी। इसी प्रकार बाबा केदारनाथ की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में, मां गंगा (गंगोत्री) की पूजा मुखबा में और मां यमुना (यमुनोत्री) की पूजा खरसाली में संपन्न होगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों के साथ-साथ राज्य के सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों में ठहरने, परिवहन और सुरक्षा व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को शीतकालीन यात्रा के दौरान सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव मिले। सीएम धामी ने यह भी स्पष्ट किया कि शीतकालीन यात्रा के दौरान आपातकालीन सेवाओं, स्वास्थ्य सुविधाओं और परिवहन नेटवर्क को पूरी तरह सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि प्रत्येक यात्री और श्रद्धालु सुगम और सुरक्षित यात्रा कर सके। प्रशासन ने भी शीतकालीन प्रवास स्थलों और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा शुरू कर दी है।

पिछले वर्षों में जहां यात्रियों के ठहरने और अन्य सुविधाओं में सीमितता थी, वहीं इस वर्ष ठहरने की पुख्ता व्यवस्थाओं के साथ सभी सुविधाओं में सुधार किया गया। केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत पुनर्निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यात्री सुविधाओं में विशेष वृद्धि हुई है, जिससे तीर्थयात्रियों को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव मिला। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में भी यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं पर विशेष फोकस रखा जाए। इसके तहत शीतकालीन प्रवास स्थलों, प्रमुख पर्यटन स्थलों और मार्गों पर ठहरने, परिवहन, स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ किया जाएगा। प्रदेश सरकार का मानना है कि चारधाम यात्रा और शीतकालीन यात्रा दोनों ही राज्य की धार्मिक और पर्यटन धरोहर का हिस्सा हैं, इसलिए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए हर संभव सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है।