केदारनाथ यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को हो रही भारी परेशानियां..
पैदल मार्ग पर फिसलन होने से खाई में गिर रहे तीर्थयात्री..
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना पड़ रहा है। जहां एक ओर केदारनाथ पैदल मार्ग पर फिसलन भरा रास्ता होने से तीर्थयात्री खाई में गिर रहे हैं, वहीं पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण उन्हें गंभीर चोटें आ रही हैं, जबकि कई ऐसे तीर्थयात्री भी हैं, जो बीमार होकर घायल हो रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की मदद से उन्हें एयर लिफ्ट करते हुए एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया जा रहा है। अभी तक 21 श्रद्धालुओं के घायल व बीमार होने पर उन्हें एयर लिफ्ट किया गया है।
बता दें कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। जहां एक ओर पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की लीद से मार्ग जानलेवा बना हुआ है, वहीं ऊपरी पहाड़ी से भी पत्थर गिरने में लगे हैं। इसके अलावा सोनप्रयाग से गौरीकुंड पांच किमी मोटरमार्ग का आपदा के बाद से कोई ट्रीटमेंट नहीं किया गया है। यहां मार्ग संकरा होने से तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को हर दिन मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है।
सोमवार को केदारनाथ धाम में दर्शन करने जा रही मुुंबई निवासी मानसी उम्र 32 वर्ष सोनप्रयाग पुल के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने से सिर में चोट लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे सोनप्रयाग चिकित्सालय लाया गया। यहां प्राथमिक चिकित्सा उपचार के बाद महिला को एंबुलेंस के माध्यम से हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया। इसके अलावा गुप्तकाशी के समीप घायल श्रद्धालु की तबियत अधिक खराब होने के कारण जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में तत्काल घायल श्रद्धालु को गुप्तकाशी से एयर लिफ्ट के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ बिंदेश कुमार शुक्ला ने बताया कि अब तक दो श्रद्धालुओं के सिर में पत्थर से चोट लगने के कारण एयर लिफ्ट के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया है, जबकि 19 गंभीर घायल श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए केदारनाथ से फाटा तक एयर लिफ्ट किया गया है। अब तक कुल 21 श्रद्धालुओं को एयर लिफ्ट किया जा चुका है।
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